Coronavirus: रेलवे का बड़ा फैसला, ट्रेन में नहीं मिलेगा कंबल,

न्यूज़ संवाददाता
प्रतिष्ठा श्रीवास्तव की रिपोर्ट

Coronavirus: रेलवे का बड़ा फैसला, ट्रेन में नहीं मिलेगा कंबल

भारतीय रेल ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए बड़ा फैसला लिया है। कोच अटेंडेंट अब बोगी में यात्रियों को बेडरोल के साथ कंबल नहीं देगा। इसकी शुरुआत आज से ही कर दी गई है। शनिवार को खुलने वाली राजधानी एक्‍सप्रेस समेत रेलवे की तमाम प्रीमियम ट्रेनों में यात्रियों को कंबल नहीं दिया गया है। कोरोना वायरस के प्रति अतिरिक्‍त सतर्कता बरतने और जागरुकता की दिशा में अब रेलवे एसी कोचों का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस फिक्‍स रखेगा, ताकि यात्रियों को बोगी में कंबल की आवश्यकता न पड़े।

इस दौरान कोच में तापमान अधिक होने से कोरोना वायरस के लिए प्रतिकूल तापमान बना रहेगा। हालांकि, शुरुआती चरण में गिने-चुने कंबल कोच अटेंडेंट रखेगा। अति आवश्यक या विशेष परिस्थिति में ही यात्रियों को कंबल दिया जाएगा। लेकिन यह भी व्यवस्था चार-पांच दिनों के लिए होगी, जिसे आगे बंद कर दिया जाएगा। रांची रेल मंडल ने इंडियन रेलवे से इस दिशा में निर्देश मिलते ही अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। रेलवे अधिकारी ने बताया कि शनिवार से राजधानी एक्‍सप्रेस समेत सभी ट्रेनों में कंबल की सुविधा बंद कर दी गई है।
दूसरी तरफ ट्रेनों के सैकेंड एसी के बोगी से पर्दा खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। कुछ दिनों में सभी बोगी से परदों को हटा दिया जाएगा। सैनेटाइजर से मेटल की वस्तु और हैंडल को साफ किया जा रहा है। सभी श्रेणी के बोगियों के शौचालय में हैंड वॉश के लिए लिक्विड रखा जा रहा है।

रेलवे ने 50 बेड का क्वॉरेंटाइन सेंटर व आइसोलेश वार्ड बनाया।
कोरोना वायरस को लेकर रेलवे ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। भले ही झारखंड में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन रांची रेल मंडल ने हटिया स्थित मंडल अस्पताल में इसके लिए खास तैयारी कर रखी है। फिलहाल इसे लेकर 50 बेड का क्वॉरेनटाइन बेड और आठ बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। 50 बेड के इस सेंटर में संदिग्ध मरीजों को रखा जाएगा और आठ बेड में चार बेड पुरूषों के लिए चार महिलाओं के लिए होगा। शुरु आने वाले मरीजों को क्वॉरेनटाइन सेंटर में जांच होगी। रिपोर्ट कंफर्म होने पर ही उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।