लखीमपुर खीरी
प्रदेश के बजट में अछूता रहा दुधवा टाइगर रिजर्व
प्रदेश सरकार का बजट सोमवार को विधानसभा में किया गया प्रस्तुत
लखीमपुर-खीरी(एस.पी.तिवारी/नित्यानंद बाजपेयी) : प्रदेश सरकार का बजट सोमवार को विधानसभा में प्रस्तुत कर दिया गया,लेकिन इस बजट में दुधवा टाइगर रिजर्व अछूता रहा।बजट में अयोध्या,वाराणसी,चित्रकूट, विन्ध्याचल व नैमिषारण्य में पर्यटन विकास के लिए प्रस्ताव किया गया है,लेकिन दुधवा के लिए कुछ नहीं मिला है,जबकि दुधवा को पर्यटन व वन तथा पर्यावरण दोनों क्षेत्रों में विकसित करने की जरूरत है लेकिन,इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
उत्तर प्रदेश की बागडोर संभालने के बाद जब तीन साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ “बर्ड फेस्टिवल” का शुभारंभ करने यहां आए थे तो उन्होंने दुधवा को अपनी प्राथमिकता की सूची में शामिल होने की बात भी कही थी पर उसके बाद से वह इसे भूल गए।बीते सालों में भी दुधवा के विकास के लिए न तो कोई अतिरिक्त बजट दिया गया और न ही कोई ऐसा कोई कार्यक्रम शुरू किया गया,जिससे दुधवा का विकास होता।
मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल होने के बाद भी दुधवा के लिए कोई बजटीय प्रावधान न होना यह बताता है कि सरकार दुधवा के लिए फिक्रमंद नहीं है, जबकि अभी कुछ महीने पहले ही प्रदेश के कबीना मंत्री श्रीकांत सिंह यहां आए थे और दुधवा के विकास के लिए अधिकारियों से प्रस्ताव बनाकर देने को कहा था। अधिकारियों ने दुधवा में टाइगर सफारी बनाने व किशनपुर सेंचुरी से निकली नहर में पर्यटकों के लिए बोटिग का प्रस्ताव किया था। माना जा रहा था कि बजट में इसके लिए धन की व्यवस्था की जाएगी,जिससे इन योजनाओं को मूर्तरूप दिया जा सकेगा लेकिन, बजट में दुधवा का नाम तक नहीं आया।
क्या कहते हैं दुधवा के जिम्मेदार,,,
इस बाबत में जब दुधवा के उपनिदेशक मनोज सोनकर से वार्ता की गयी तो उन्होंने बताया कि वह जंगल में थे।बाघ के शिकार मामले की जांच तेजी से चल रही है।बजट प्रस्तुत तो हुआ है लेकिन,वह देख नहीं पाए हैं। इसलिए इस मामले में कुछ कह नहीं सकते हैं।वैसे भी सरकार जो बजट देती है,उससे दुधवा को विकसित करने का भरसक प्रयास किया जाता है।