वाराणसी
वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ाव के कारण रूख गलियों की ओर
वाराणसी (कृष्णा पंडित) ।पतित पावनी मां गंगा जहां उफान पर हैं, धीरे धीरे कर गलियों की तरफ रुख हो रहा है अर्थात मां गलियों की तरफ अपनी गति बढ़ा रही हैं !
लॉक डाउन की वजह से गंगा घाट पर सन्नाटा पसरा हुआ है जहां चकाचौंध रोशनी व देश विदेश से आए मेहमान दर्शनार्थी मां गंगा आरती का भव्य दृश्य के साथ खुद को आनंदित करते थे वही आज चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है !
यमुना को छोड़ बाकी उनकी सहायक नदियां शांत हैं। बावजूद इसके दुश्वारियां घटने का नाम नहीं ले रही हैं। बनारस, मीरजापुर में गंगा घीमी ही गति से बढ़ाव तो वहीं आजमगढ़, मउ व बलिया में सरयू नदी घटाव की ओर है। सरयू नदी के घटते पानी से अब कटान का खतरा बढ़ गया है।
गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बनारस वासियों को चिंता सताने लगी है। घाट किनारे छोअे-बड़े मंदिरों में गंगा का पानी घुस चुका है। गलियों में गंगा का पानी आते ही दुश्वारियां भी दिखने लगी हैं। मंगलवार को ही मणिर्किर्णका घाट पर शवों का दाह संस्कार उपर होने लगा है। लगभग कुछ ऐसे ही हालात हरिश्चंद्र घाट पर भी है। गंगा का जल स्तर बढ़ने के बाद जब पलट प्रवाह होता है तो सबसे बुरी स्थिति वरुणा किनारे बसी कालोनियों की हो जाती है। सबसे पहले इन कालोनियों में पानी आता है और सबसे बाद में पानी जाता है। मतलब साफ है, करीब दो महीने तक यहां के बाशिदें बाढ़ के कारण परेशान रहते हैं।
वैसे देखा जाए तो सरयू का पानी मामली रूप से कम जरूर हो रहा है लेकिन ऐसे में कटान का भी खतरा बना हुआ है। किसान बेचारे नदी किनारे जाकर बाढ़ के रौद्र रूप का आकलन कर रहे है। बलिया, आजमगढ़ और मउ में सरयू किनारे की स्थित कटान का डर सताने लगा है। सबसे अधिक पशुओं की स्थिति दयनीय है। हरे चारे के लिए मवेशी पालने वाले परेशान हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा में मामूली बढ़ाव तो सरयू में मामली घटाव जारी है !!