उत्तर भारत समेत नेपाल में आया भूकम्प, 5.9 दर्ज की गई तीव्रता
Estimated magnitude 5.9 earthquake Affected countries: Nepal, India, and China 7 km from Paink, Nepal · 11:32 pm
उत्तर भारत समेत नेपाल में आया भूकम्प, 5.6 दर्ज की गई तीव्रता,
Estimated magnitude 5.9 earthquake
Affected countries: Nepal, India, and China
7 km from Paink, Nepal · 11:32 pm
लखनऊ।नेपाल में भूकम्प आने से उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यो में झटके महसूस किए गए। भूकम्प तीव्रता 5.9 नापी गई। हालांकि अभी तक किसी भी प्रकार के नुकसान की खबरे प्राप्त नही हुई है। अधिक जानकारी के लिए प्रतीक्षा की जा रही है। लखनऊ में रात करीब 11:32 पर भूकंप के तेज झटके लगे। झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर आ गए। करीब 10 सेकंड तक झटके महसूस किए गए।
नेपाल में शुक्रवार देर रात आए भूकंप ने तबाही मचा दी है. 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गई हैं. भूकंप के बाद अब तक 129 लोगों की मौत हो चुकी है. मलबे में दबने के कारण कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बताया जा रहा है कि भूकंप के कारण ज्यादातर लोगों की मौत रुकुम पश्चिम और जाजरकोट में हुई है. मृतकों की जानकारी रुकुम पश्चिम के डीएसपी नामराज भट्टराई और जाजरकोट के डीएसपी संतोष रोक्का ने दी है.
नेपाल में तबाही मचाने वाले भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसका असर दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में देखा गया. बिहार के पटना और मध्य प्रदेश के भोपाल तक भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए.
क्या मानी जाती है भूकंप की असल वजह
दरअसल धरती के भीतर कई प्लेटें होती हैं जो समय-समय पर विस्थापित होती हैं. इस सिद्धांत को अंग्रेजी में प्लेट टैक्टॉनिकक और हिंदी में प्लेट विवर्तनिकी कहते हैं. इस सिद्धांत के अनुसार पृथ्वी की ऊपरी परत लगभग 80 से 100 किलोमीटर मोटी होती है जिसे स्थल मंडल कहते हैं. पृथ्वी के इस भाग में कई टुकड़ों में टूटी हुई प्लेटें होती हैं जो तैरती रहती हैं.
सामान्य रूप से यह प्लेटें 10-40 मिलिमीटर प्रति वर्ष की गति से गतिशील रहती हैं. हालांकि इनमें कुछ की गति 160 मिलिमीटर प्रति वर्ष भी होती है. भूकंप की तीव्रता मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाना इस्तेमाल किया जाता है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. भूकंप की तरंगों को रिक्टर स्केल 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है.
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