पहले नगर आयुक्त जो गलियों सड़को, मुहल्लों में अचानक दिख रहे सुबह साइकिल से
गोरखपुर(विनय तिवारी)। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल द्वारा यह नया नहीं है इसके पहले भी एसडीएम सिटी रहकर कोरोना काल हो अथवा उसके उपरांत गौरव सिंह सोगरवाल तब सबकी नजर में आये,जब कोरोना काल मे उन्होंने बिना डरे बिना रुके दिन रात जनता हित व उनके बचाव में लगे रहे । खुद दो बार आये कोरोना की चपेट में आये, फिर भी स्वस्थ्य होते ही व बिना आराम किये अपने काम मे लग जाते है।उसके उपरांत एसडीएम सिटी रहते हुए अवैध अतिक्रमणों सहित दबंगई से सालो से जमीनो पर अवैध माफियाओं को हटाते हुए खत्म कराया अतिक्रमण जिनमे नामी कई हस्तियां उसमें संलिप्त थी।
पुनः नगर आयुक्त पद का कमान संभालने के उपरांत सोगरवाल ने पहले सिटी की व्यवस्था का जायजा लिया।फिर लगातार नगर निगम में मीटिंग लेते हुए सभी जानकारियां प्राप्त करते हुए सोगरवाल ने जहां भी गलत अतिक्रमण नालों को बंद करते ह्यय जलजमाव करना,कूड़ा गदंगी देखकर पहले तो कर्मचारियों को आदेश दिया शहर में सफाई की व्यवस्था लाइन पर लाये।पर उसके उपरांत फ्रंट मोड पर खुद अब कमान संभालते हुए नगर आयुक्त कब सुबह सड़को पर अचानक साइकिल से निकल पड़ रहे गौरव सिंह सोगरवाल यह खुद उनको न पहचान पाने वाले सफाई कर्मचारी ,सुपरवाइजर,और कर्मचारियों पर पड़ रहा भारी।और सफाई व कार्यों के प्रति थिसिलता बरतने वाले कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से नोटिस जारी करते हुए व महीनों गायब रहने वाले सफाई कर्मचारियों पर एक्शन लेने में कोई कसर नही छोड़ रहे।मुहल्लों में आम जनता से बात करते हुए उनके मुहल्लों की सफाई व्यवस्था कैसी हैं कूड़े वाली गाड़ियों का समय से डेली आना ,सफाई कर्मचारी समय पर आते इस सबकी जानकारी खुद लेते हुए देखा जा रहा नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल को।
जिस क्रम में आज सिविल लाइन्स, बेतियाहाता, रुस्तमपुर, भरवलिया एवम इंदिरानगर में प्रातःकालीन सफाई व्यवस्था एवम नाला सफाई का निरीक्षण किया गया। वही सिविल लाइंस वार्ड के सफाई सुपरवाइजर शहीदुल्ला द्वारा बताया गया कि उनके वार्ड में आज कुल 15 सफाई कर्मचारी अनुपस्थित हैं तथा 1 स्थायी सफाई कर्मचारी इमरान 01 माह से लगातार अनुपस्थित चल रहा है। नगर आयुक्त द्वारा सफाई सुपरवाइजर को निर्देशित किया गया कि लगातार अनुपस्थित रहने वाले सफाई कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही कराएं।
इंदिरा बाल विहार से अम्बेडकर चौराहा, फिराक गोरखपुरी चौक होते हुए रुस्तमपुर ढाले तक रोड के दोनों तरफ कई जगह कूड़े का ढेर पड़ा था। इस रोड पर कोई भी सफाई कर्मचारी कार्य करते नही पाया गया। फिराक गोरखपुरी चौक से रुस्तमपुर ढाले तक सड़क किनारे का नाला जगह जगह प्लास्टिक से भरा हुआ पाया गया। इस रोड पर कई जगह कूड़े के ढेर के पास छुट्टा गोवंश भी पाए गये जिस पर नगर आयुक्त द्वारा तत्काल एक्शन लिया गया।