गोरखपुर
खनन माफियाओं द्वारा रात में हो रहा है मिट्टी का अवैध खनन
गोरखपुर बेलघाट(सत्यपाल सिंह)।सूत्रों और चर्चाओं से प्राप्त जानकारी के अनुसार रात के साए में अवैध रूप से मिट्टी खनन का खेल इन दिनों जोरों पर चल रहा है। मिट्टी के बेतहाशा खनन पर रोक लगी है ताकि फसलों का उत्पादन प्रभावित ना हो किसानों के लिए जरूरत पर महक 10 ट्राली मिट्टी खेतों से लेने की छूट है। बताया जाता है कि इसी की आड़ में माफिया और पुलिस के मिलीभगत से मिट्टी का अवैध रूप से खनन कराकर खेतिया भूमि को बंजर बनाने में लिप्त है। देखा जा सकता है कि तहसील के बेलघाट थाना क्षेत्र में इन दिनों रात के साए में किसानों के खेत से मिट्टी का खनन जमकर हो रहा है। मिट्टी खनन पर रोक लगी हुई है सिर्फ किसान को निजी जरूरत पर 30 घनमीटर या 10 ट्रैक्टर ट्राली के समक्ष मिट्टी के खनन की छूट है। इसके लिए भी किसान को अपने क्षेत्र के एसडीएम से इसकी अनुमति लेनी होगी लेकिन बेलघाट थाना के अंतर्गत मिट्टी माफियाओं के पास कोई आर्डर पेपर नहीं है उसके बाद भी मिट्टी का अवैध खान जोरों पर चल रहा है और भट्टा संचालक जिन किसानों के खेत से मिट्टी लेंगे उसकी पूरी नापजोख कराकर खेत से 2 मीटर तक की गहराई का खनन कर सकते हैं। जेसीबी से खनन कराने के पर्यावरण विभाग से अनुमति लेने के बाद डीएम का आदेश कराना पड़ता है। क्षेत्रवासियों में चर्चा है कि इन सब नियमों को दर किनार करके मिट्टी खनन के माफिया द्वारा जबरदस्त
खनन कराया जा रहा है। जुड़े लोगों के मुताबिक खनन के खेल में एक जेसीबी से प्रति रात पुलिस खर्चा के नाम पर क्षेत्रीय दलालों द्वारा 2से 3हजार रुपए वसूले जाते हैं। एक जेसीबी से करीब एक दर्जन ट्रैक्टर ट्राली लगे होते हैं चर्चाओं के मुताबिक रात के 7 घंटे के मिट्टी खनन में एक जेसीबी से 60 से 70 ट्राली मिट्टी लोड होती है। मिट्टी का खनन बगैर अनुमति कोई नहीं करा सकता किसान को भी एसडीएम से अनुमति लेना अनिवार्य है।