ब्राह्मण समाज के सम्मान में सपा ने माता प्रसाद पांडेय को बना दिया लीडर ऑफ अपोजिशन: डॉ नरेंद्र कुमार शर्मा

सर्व समाज के साथ ब्राह्मण समाज की सबसे हितैषी पार्टी सपा:प्रदेश महासचिव महाराष्ट्र

भाजपा में हाशिए पर है ब्राह्मण राजनीति:सपा

 

सुलतानपुर(विनोद पाठक)। समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र के प्रदेश महासचिव डॉ नरेंद्र कुमार शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। कहा है कि ब्राह्मण समाज की सबसे सच्ची हितैषी पार्टी सपा है। जब-जब सपा सत्ता में आई सर्वसमाज के साथ विप्र समाज के लिए बहुत सारे कार्य किए हैं। जिस संस्कृत भाषा/देववाणी पर ब्राह्मण समाज /विद्वान जनों का जन्म सिद्ध अधिकार है,उसे स्व. नेता मुलायम सिंह ने आगे बढ़ाने का काम किया था। यही नहीं संस्कृत विद्यालय के शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को पांचवां वेतनमान दिलाने का कार्य भी धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव ने ही किया था। प्रदेश महासचिव ने कहा कि जब सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बने तो उन्होंने भी ब्राह्मण समाज के सम्मान को आगे बढ़ाने का कार्य किया,आज भी कर रहे हैं। पार्टी का उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा संवैधानिक पद नेता प्रतिपक्ष का है,उसे भी ब्राह्मण समाज के नेता को दे दिया है। लीडर ऑफ अपोजिशन वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय हैं। यह दरिया दिली सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कर दिखाया है। महाराष्ट्र प्रदेश महासचिव डॉ नरेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि मुझे देखिए, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महाराष्ट्र में भी बड़े पद से नवाज दिया है। यह क्षमता सपा मुखिया में ही है। भाजपा में ब्राह्मण राजनीति हाशिए पर है। जो भी जनप्रतिनिधि हैं,केवल काठ के… हैं। उनकी कोई कीमत भाजपा में नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि जनेश्वर मिश्रा को हमेशा नेताजी ने अपने बगल बैठाया। पार्टी में हमेशा उच्च पद पर रहे। यही नहीं अंतिम संस्कार में नेताजी ने जनेश्वर की अर्थी में कंधा देकर मित्र धर्म को भी निभाया। ब्राह्मण समाज के जनेश्वर मिश्रा बड़े नेता थे,पार्टी में। उनका नाम अमर रहे,इसके लिए लखनऊ में बहुत बड़ा पार्क नेताजी के पुत्र पूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने बनवा कर,जनेश्वर मिश्र समग्र ग्राम विकास योजना चलाकर संदेश दिया कि विप्र समुदाय का सम्मान सपा में ही सुरक्षित है। प्रदेश महासचिव यही पर नहीं रुके,बताया कि नेता मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में ही हजारों की संख्या में जूनियर हाई स्कूलों को वित्त पोषित मान्यता दी गई। जिसमें सबसे अधिक लाभ सवर्ण समाज के शिक्षक/कर्मचारियों को मिला। यही नहीं माध्यमिक विद्यालयों में भी मैनेजमेंट की कई धाराओं में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने छूट दी थी। उसी के अंतर्गत माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधकों ने छात्र हित का हवाला देकर शिक्षकों की नियुक्ति कर लेते थे। जिन्हें तदर्थ शिक्षक कहा गया। बाद में ऐसे ढेर सारे शिक्षकों को अखिलेश यादव की सरकार में विनियमतीकरण किया गया। ऐसे शिक्षकों में भी सवर्ण की संख्या अधिक रही। श्री शर्मा ने सपा सरकार की ढेर सारी उपलब्धियां गिनाई और उनका गुणगान किया। कहा कि सपा सर्वसमाज के लिए काम करती है और कर के दिखाया है। इसलिए उत्तर प्रदेश की जनता सपा के साथ में है। आने वाले समय में जब विधानसभा का चुनाव होगा तो उत्तर प्रदेश में सपा प्रचंड बहुमत की सरकार बनाएगी। साथ ही सपा सुप्रीमो सूबे के मुख्यमंत्री बनेंगे। प्रदेश महासचिव ने कहा कि महाराष्ट्र में पार्टी बहुत आगे बढ़ गई है और मजबूती की तरफ अग्रसर है।