कोई कितना बड़ा हो, अपने घर को होगा, काशी में बाबा की इच्छा के बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता: पीएम मोदी
वाराणसी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र लगातार अपनी सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने और अपने नए रंग-रूप को लेकर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। करीब 352 वर्ष बाद वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम नया रूप दुनिया के सामने आया है। आज पीएम मोदी इसको जनता को समर्पित किया।यूपी को आज मिलने वाली सौगात के गवाह देश के 150 से अधिक धर्माचार्य, संत-महंत व प्रबुद्धजन बने। इसके अलावा इसमें आम आदमी और दूसरे नेता भी जुड़े। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी आज इसमें शामिल हुए। इस पल का सभी को इंतजार था। ये करीब 5,27,730 वर्ग फीट में फैला है। जन आस्था के शीर्ष केंद्र के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम से पूरे देश को जोडऩे के लिए 51,000 स्थानों पर एलईडी स्क्रीन तैयार की गई।पीएम ने कहा कि आज वो हर उस श्रमिक भाई-बहनों का भी आभार व्यक्त करना चाहते हैं जिनका पसीना इस इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है। कोरोना के इस विपरित काल में भी उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हज़ार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हज़ार श्रद्धालु आ सकते हैं यानि पहले मां गंगा का दर्शन-स्नान और वहां से सीधे विश्वनाथ धाम।पीएम ने कहा कि कोई कितना बड़ा हो, अपने घर को होगा, काशी में बाबा की इच्छा के बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता। इसमें बाबा के योगदान के अलावा गणों का योगदान लगा है। कोरोना के दिनों में भी यहां का काम नहीं रुका। काशी को लेकर एक गलत धारणा बनाई गई थी। कहा जाता था कि कैसे होगा। वो केंद्र और राज्य सरकार पर सवाल उठाते थे, मजाक बनाते थे। पीएम मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का, ये प्रतीक है हमारी आध्यात्मिक आत्मा का, ये प्रतीक है भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का, भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का। पीएम मोदी ने कहा कि वो अभी बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके आए हैं। उन्होंने देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लिया है। पीएम ने कहा कि काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है। मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं।यहां पर आना और इसका उद्घाटन करना एक सुखद अनुभव। पीएम मोदी ने किया काशी विश्वनाथ कारिडोर का उद्घाटन। काशी विश्वनाथ पर एक छोटी सी फिल्म दिखाई गई।सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मान। उन्होंने हर-हर महादेव के साथ अपने भाषण की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज हर भारतीय प्रफुल्लित है। उन्होंने कहा कि काशी काफी विपरीत परिस्थितियों का साक्षी रहा है। आज पूरा देश इसके बदले स्वरूप को देख रहा है। ये देश का सौभाग्य है कि भारत उनके सानिध्य में आगे बढ़ रहा है। काशी विश्वनाथ कारिडोर के उदघाटन कार्यक्रम की शुरुआत। वहां पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, सीएम और अन्य मंत्रियों के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद हैं।पीएम मोदी ने पूजा अर्चना के बाद लोगों का अभिवादन स्वीकारा और वहां मौजूद लोगों पर पूष्प वर्षा कर उनका अभिवादन किया। वो इस कारिडोर के निर्माण में शामिल लोगों के बीच बैठे और हर-हर महादेव का उदघोष किया।काशी विश्वनाथ मंदिर में पीएम मोदी ने की पूजा अर्चना। किया भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक। काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे पीएम मोदी। 151 डमरुओं के नाद से किया गया उनका स्वागत।गंगाजल लेकर काशी विश्वनाथ पहुंचे पीएम मोदी। ललिता घाट पहुंचकर पीएम मोदी भगवा कपड़ों में दिखाई दिए। वो गंगा में उतरे और वहां पर पूरे विधि-विधान के साथ गंगा जल लिया। उन्होंने गंगा में कई डुबकी भी लगाईं। पीएम मोदी ने घाट का मुआयना किया और फिर बोट से खिड़किया घाट पहुंचे। उन्हें एक नजर देखने के लिए गंगा के दोनों किनारों पर काफी संख्या में लोग मौजूद हैं। पीएम ने उनका अभिवादन स्वीकार किया।इस मौके पर पीएम मोदी ने वाराणसी के लोगों का भी अभिवादन स्वीकार किया। उन्हें एक नजर देखने के लिए काफी संख्या में लोग अपने घरों की छतों पर सड़कों पर मौजूद रहे। पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वहां मौजूद रहे।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि पीएम मोदी के नेतृत्व और विजन में प्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है। उनके मुताबिक नया धाम अब दुनिया में काशी को एक नई पहचान देगा। काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी का कहना है कि पहले ये केवल 2000 मीटर में फैला था और अब ये करीब 50 हजार वर्ग मीटर में फैला है।
– पीएम मोदी ने एक ट्वीट कर कहा है कि ‘काशी पहुचकर अभिभूत हूं। इस से पहले मैंने काशी के कोतवाल काल भैरव जी के दर्शन किए।’
– प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिन के प्रवास पर बाबा भोले की नगरी को नायाब तोहफे देंगे। पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर वायुसेना के विशेष विमान से पहुंचे।
– यहां पर 40 से अधिक प्राचीन मंदिरों को फिर से खोजा गया, उनका जीर्णोद्धार किया गया और उनका सौंदर्यीकरण किया गया।