
“पूर्वछात्र किसी भी शिक्षण संस्थान की धरोहर व पूँजी होते है”-सुश्री ऋचा
गोरखपुर(विनय तिवारी)। पूर्वछात्र संस्थान के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ-साथ वर्तमान में पढ़ रहे छात्रों को शिक्षा से सम्बन्धित बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकते है। पूर्व छात्र किसी भी शिक्षण संस्थान की धरोहर व पूँजी होते उपरोक्त वक्तव्य ऋचा पाण्डेय गणित शिक्षिका बेसिक शिक्षा विभाग जंगल कौड़िया में कार्यरत है। वे चन्द्रकान्ति रमावती देवी आर्य महिला पीजी कॉलेज, गोरखपुर में बीएड विभाग की पुरातन छात्रा सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पुरातन छात्राओं को सम्बोधित कर रही थी जो कि 2009 में महाविद्यालय की छात्रा रह चुकी है।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंधक डॉ विजय लक्ष्मी मिश्र ने सभी पुरातन छात्राओं का स्वागत करते हुए कहा पुरातन छात्र सम्मेलन का उद्देश्य महाविद्यालय से शिक्षा पूर्ण कर चुके छात्रों के महाविद्यालय से सम्पर्क व उनकी उपलब्धियों और अनुभवों से नवीन छात्राओं को लाभांवित कराना है।
इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन तथा महाविद्यालय कुलगीत से हुआ। बीएड विभागाध्यक्ष डॉ अपर्णा मिश्रा ने बीएड विभाग की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। इस अवसर पर विभिन्न सत्रों की छात्रों की यादों को ताजा करने के लिये एक पीपीटी प्रजेन्टेशन की प्रस्तुतिया देकर सभी को मंत्रमुग्ध किया। पूर्व छात्रा अपर्णा दूबे, शैलजा, सुशीला, साक्षी स्निगधा तथा आंचल इत्यादि पुरातन छात्राओं ने अपने विचार तथा अनुभव को तथा महाविद्यालय के विकास तथा समस्याओं के समाधान में सहाभागिता हेतु भी बात की।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ0 सुमन सिंह, उप प्राचार्य श्रीमती स्वप्निल पाण्डेय एल्युमिनी एसोशियस की समन्वयक डॉ0आस्था प्रकाश, डॉ0रेखा रानी शर्मा तथा बीएड विभाग से डॉ0 इतेन्द्र घर दूबे,अनन्त कुमार पाठक, डॉ० विकास कुमार, सुश्री सुमन लता, डॉ० सारिका पाण्डेय,शैलेन्द्र राव, सुश्री ऋचा दूबे इत्यादि उपस्थित रहे।