अपनी सरकार के खिलाफ धरना देंगे पायलट, गहलोत-वसुंधरा मिलीभगत पर उठाए सवाल, बोले- घोटालों नहीं हुई जांच

जयपुर(एजेंसी)।सचिन पायलट ने एक बार फिर प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को खुलकर टारगेट किया। पायलट ने गहलोत-वसुंधरा में गठजोड़ और मिलीभगत के सवाल खड़े करते हुए दोनों को जमकर आड़े हाथ लिया। पायलट ने कहा कि पिछली बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप लगाकर कांग्रेस सत्ता में आई है। पायलट बोले- गहलोत के साथ मैंने और सभी कांग्रेस नेताओं ने पिछली बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोप लगाते हुए जनता से वादा किया था कि हमारी कांग्रेस सरकार आएगी, तो पूरी जांच करवाई जाएगी और आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन आज दुख की बात है कि करीब साढ़े 4 साल का समय कांग्रेस को सत्ता में रहते हो गया, अब तक कोई जांच नहीं करवाई गई।पायलट ने कहा पिछली वसुंधरा सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचार की जांच के लिए ज्योतिबा फुले जयंती के उपलक्ष्य में मैं 11 अप्रैल को अपनी ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ जयपुर के शहीद स्मारक पर एक दिन का धरना और अनशन दूंगा। पायलट बोले-पिछली वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों की जांच की मेरी मांग है। क्योंकि 6 महीने बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है। पायलट ने कहा ये एक दिन का अनशन रहेगा। मैंने प्रशासन को इसके लिए सूचित कर दिया है। मैंने सीएम को चिट्ठियां लिखीं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जनता में मैसेज देना ज़रूरी है कि कांग्रेस और बीजेपी में मिलीभगत नहीं है। पायलट बोले मैंने कांग्रेस आलाकमान को जो सुझाव दिए, राहुल गांधी को सुझाव दिए, उनमें ये एक यह भी था। पायलट सुबह 11 बजे से अनशन पर बैठेंगे।

गहलोत ने अब तक वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं करवाई ?
पायलट ने पूछा-सीएम गहलोत की कांग्रेस सरकार ने अब तक पिछली वसुंधरा राजे की बीजेपी सरकार के घोटाले और भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं करवाई? यह चिंता की बात है, जबकि मैं दो बार सीएम गहलोत को इसके लिए पत्र लिख चुका हूं। अब चुनाव में 6 महीने बाकी हैं, जनता हमसे यह सवाल पूछ रही है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मन मे यह सवाल है, इसलिए जवाब देना जरूरी है।

मैंने कांग्रेस आलाकमान को भी यह सुझाव दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई
पायलट ने कहा कि मैंने कांग्रेस आलाकमान को भी यह सुझाव दिया था, जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई या इम्प्लीमेंटेशन नहीं हुआ है। मैंने कहा था राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट करवानी है तो यह काम करना होगा। अब चुनाव में केवल 6-7 महीने का समय बचा है। फिर आचार संहिता लग जाएगी, तो जांच कब करवाएंगे?सचिन पायलट ने पिछली वसुंधरा सरकार पर घोटाले के आरोप लगाते हुए कहा कि वसुंधरा जी का कार्यकाल सबसे भ्रष्ट था। विपक्षी कुछ पार्टियां भ्रम फैला सकती हैं कि कांग्रेस-बीजेपी में मिलीभगत है। मैंने 28 मार्च 2022 और 2 नवम्बर 2022 को सीएम गहलोत को दो अलग-अलग लेटर लिखकर उन घोटालों की जांच कराने की मांग की। लेकिन आज तक उनका जवाब नहीं मिला है।

गहलोत के बयानों के वीडियो जारी, पायलट बोले- मैं चाहता हूं ये बात पब्लिक डोमेन में जाए
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के सत्ता में आने से पहले विपक्ष में रहते प्रेसवार्ता के वीडियो जारी कर कहा कि तब गहलोत ने खुद वसुंधरा सरकार में खान महाघोटाला, भ्रष्टाचार, 90 बी घोटाला, बजरी, खनन माफिया समेत कई घोटाले के आरोप पिछली बीजेपी सरकार पर लगाये थे। गहलोत ने कहा था कि कांग्रेस सरकार आएगी तो जांच करवाएंगे, आरोपी जेल में होंगे, लेकिन जांच नहीं करवाई जा रही। अवैध खनन, बजरी माफिया, शराब माफिया मामले में भी कार्रवाई की बात की थी। वीडियो बयान मीडिया में गहलोत पिछली बीजेपी की पिछली वसुंधरा सरकार के घोटाले और वसुंधरा मॉडल में 10 रुपए का शेयर 1 लाख रुपये में बिकने के आरोप लगाते नज़र आ रहे हैं। रिफाइनरी प्रोजेक्ट को रोकने, कारपेट घोटाला करने जैसे भी आरोप इसमें शामिल रहे। उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार पर तब आरोप लगाए थे, लेकिन कोई जांच नहीं करवाई। गहलोत से ज़्यादा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते मैंने भी आरोप लगाए थे। इसलिए जनता में हमें कार्रवाई कर दिखाना होगा। पलटने का कहा कि प्रेसवार्ता मैंने इसलिए बुलाई है, ताकि पब्लिक डोमेन में यह बात जाए।

केंद्र सरकार पर विपक्ष को टारगेट करने का आरोप
केंद्र सरकार सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही
सचिन पायलट ने कहा कि आज केंद्र सरकार सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही है। कांग्रेस नेताओं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हें समन भेजे जा रहे हैं। पेशियां लग रही हैं। लेकिन राजस्थान में हमारी ही कांग्रेस सरकार अपनी एजेंसियों का उपयोग और सदुपयोग तक नहीं कर रही है। बीजेपी की पिछली सरकार के भ्रष्टाचार की कोई जांच नहीं करवाई जा रही है। मेरे दो पत्रों का कोई जवाब तक नहीं दिया। जबकि सरकार के साढ़े 3 साल होने पर ही मैंने सीएम को इसकी मांग करते हुए पत्र लिखना शुरू कर दिया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम जनता को यह पता चलना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है ?