पिपराइच भाजपा संगठन में घमासान, भाजपा मंडल अध्यक्ष का त्याग पत्र, लगाया गंभीर आरोप

मंडल महामंत्री,व भाजपाइयों नें आरोपों का किया खंडन

पिपराइच/गोरखपुर।भाजपा अध्यक्ष राजेश कुमार जायसवाल नें क्षेत्रीय विधायक व उनके एक रिश्तेदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी व अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। इस पत्र के खुलासे के बाद मंडल महामंत्री व मंडल अध्यक्ष के तरफ आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। जायसवाल नें पार्टी जिलाध्यक्ष को संबोधित पत्र में क्षेत्रीय विधायक महेंद्र पाल सिंह तथा उनके नजदीकी रिश्तेदार लव सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा है कि विधायक के रिश्तेदार द्वारा संगठन व पार्टी कार्यकर्ताओं को बार बार परेशान व अपमानित किया जा रहा । विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे बड़े भाई हरिओम जायसवाल पिछले लगातार तीन चुनावों में पिपराइच नगर पंचायत में भाजपा से सभासद चुने गए । गत चुनाव में अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार थे । लेकिन विधायक के हठ वादी रवैया के कारण मेरे भाई को चेयरमैन पद का टिकट नहीं मिलने दिया।
उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी द्वारा सभासद पद का टिकट मिला । लेकिन पार्टी में उपेक्षा के कारण टिकट लौटा कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा । और चुनाव भी जीता।
मंडल अध्यक्ष राजेश जायसवाल के आरोप की जानकारी लगते ही मंडल महामंत्री धर्म बीर जायसवाल नें संगठन के अन्य कई पदाधिकारियों के हस्ताक्षर युक्त पत्र को जिलाध्यक्ष को संबोधित पत्र में लिखा है कि मंडल अध्यक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि उनके भाई को चेयरमैन पद का टिकट नहीं मिला ।इसी बौखलाहट में विधायक के उपर आरोप लगाया जा रहा है । जबकि वास्तविकता है कि विधायक जी ने कार्यकर्ताओं को परिवार की तरह संगठित कर चेयरमैन संजय मद्धेशिया को विजेता बनाने में सफल रहे ।
महामंत्री धर्म बीर जायसवाल का पत्र लीक होते ही मंडल अध्यक्ष राजेश जायसवाल ने अन्य पदाधिकारियों के हस्ताक्षर को मन गढंत व फर्जी करार दिया है। कहा यह हमारे आरोपों के बचाव में एक षड्यंत्र है ।
बरहाल दोनों नेताओं के आरोप प्रत्यारोप लगाने वाले पत्रों की प्रति मुख्यमंत्री सहित क्षेत्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष को भी भेजी है ।