रायबरेली : 12 घंटे के भीतर एक ही गांव में छह लोगों की मौत

रायबरेली।भीतरगांव में 12 घंटे के भीतर छह लोगों की अकस्मात मौत हो गई। ये लोग अलग-अलग परिवार से ताल्लुक रखते थे। ग्रामीण इनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहे हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सिर्फ दो लोगों की हृदयगति रुकने से मौत होने की पुष्टि कर रहे हैं। गांव में छह लोगों की मौत से कोहराम मचा हुआ है।

भीतरगांव के कमल त्रिपाठी को सोमवार की रात करीब 9.30 बजे सीने में दर्द हुआ था। दर्द निवारक दवा खाकर वह बिस्तर में लेट गए थे। देर रात करीब दो बजे अनहोनी की आशंका होने पर घरवालों ने उन्हें जगाया। कमल जब नहीं उठे तो उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां चिकित्सक ने कमल को मृत घोषित कर दिया।

रात में ही कालीखेड़ा मजरे भीतरगांव के छत्रपाल को भी मरणासन्न स्थिति में सीएचसी लाया गया। चिकित्सक ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन सीएचसी में ही उनकी मौत हो गई और परिवार के लोग बाडी लेकर घर लौट आए।

मंगलवार की सुबह करीब सात बजे सूखा शौच के लिए खेत गई थी। वापस लौटते समय भीतरगांव इंटर कालेज के पास उसकी मौत हो गई। लगभग आठ बजे शोभा अपने दरवाजे तपता ताप रहे थे, तभी उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई।

ननकई ने मंगलवार की अपरान्ह करीब दो बजे अपने घर पर ही अंतिम सांस ली। गरऊ का पुरवा मजरे भीतरगांव के जगदेई की दोपहर 12 बजे अपने घर पर ही मौत हो गई। वह काफी बुजुर्ग थी और कई दिनों से बीमार चल रही थी। इन छह लोगों में से शोभा को छोड़कर बाकी पांचों का मंगलवार को ही गेंगासों घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।

अस्पताल ले जाते समय दो ने दम तोड़ा
उसी गांव के रहने वाले भाजपा के मंडल अध्यक्ष शिवराम सिंह ने बताया कि कमल और छत्रपाल की अस्पताल ले जाते समय मौत हुई। गरऊ का पुरवा की जगदेई की घर पर मौत हुई। ये तीनों पहले से बीमार रहते थे। ननकई, सूखा और शोभा ने गांव में ही दम तोड़ दिया, जिन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। अंदेशा जताया जा रहा है कि इन छह लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई है।

इनका कहना है
सीएचसी में कमल और छत्रपाल को लाया गया था। इन दोनों की हार्ट अटैक से मौत हुई है। बाकी तीन मरीजों को अस्पताल नहीं लाया गया। -डा. अंशुमान सिंह, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी