उसी दिन से फरार चल रहा विद्यालय का प्रबंधक,
केश वापस के लिए बार बार सुमित्रा निषाद को फोन पर दे रहा अंजाम भुगतने की धमकी
गोरखपुर।पिपराइच थाना क्षेत्र के चकिया में स्थित श्रीमती इसरावती देवी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के प्रबंधक राजेश सिंह के खिलाफ छात्र को अचेत होने तक पिटाई के मामले में छात्र की मां ग्राम परसिया निवासी सुमित्रा निषाद पत्नी रामललित की तहरीर पर पिपराइच थाना में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। सुमित्रा निषाद ने थाना पर लिखित तहरीर में राजेश सिंह पर आरोप लगाया है कि 13 सितम्बर 2023 को सात वर्ष का मेरा लड़का श्रवण कुमार श्रीमती इसरावती देवी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट चकिया में कक्षा दो में पढ़ने गया था। हमारे बच्चे द्वारा विद्यालय में किसी जगह लगे एक सरिया तोड़ दिया था। बच्चे को सरिया तोड़ता देख राजेश सिंह ने हमारे मासूम बच्चे को वहीं लात जूतों से अचेत होने तक पिटाई करते रहें। अचेतावस्था में स्कूल के बच्चे उसे घर लेकर आएं और उन बच्चों ने सारी बात बताया। श्रवण के परिजनों ने तत्काल निर्दई प्रबंधक द्वारा बच्चे की निर्मम पिटाई की सारी जानकारी पिपराइच थाना में जा शिकायत दर्ज कराई ।और बच्चे को को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर हालत गंभीर देखते हुए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। सुमित्रा ने बताया कि उसी दिन से हमारे लड़के को अभी तक होश नहीं आया है और अन्न का एक दाना भी उसके पेट में अभी तक नहीं गया है। बताते चलें कि श्रवण कुमार अपने मां बाप का एकलौता संतान है। जिसकी स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है। विद्यालय प्रबंधक द्वारा मासूम छात्र की क्रूरता पूर्वक पिटाई से विद्यालय के अन्य छात्र छात्राओं में भय व्याप्त है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ अभिभावकों का कहना है कि हम विद्यालय पर भरोसा कर बच्चों को पढ़ने के लिए भेजते हैं। लेकिन जब से प्रबंधक राजेश सिंह ने कक्षा दो के छात्र श्रवण कुमार की बेरहमी से पिटाई की गई है तब से अपने बच्चों को इस विद्यालय में भेजने पर मन में एक भय बना रहता है जहां के जिम्मेदार प्रबंधक का हाल ऐसा है तो अन्य कर्मचारीयों का क्या हाल होगा। पुलिस राजेश सिंह को गिरफ्तारी के लिए विद्यालय का चक्कर लगा रही है, जो उसी दिन से फरार चल रहा। और सुमित्रा निषाद को फोन पर थाना से केश वापस लेने के लिए बार बार फोन पर अंजाम भुगतने के लिए मिल रही है धमकी।