Amroha
खाकी पर लगे खून के छींटे, महिला सिपाही को गोली मार खुद को भी मारी गोली…
प्यार में धोखा तो सिपाही ने महिला कांस्टेबल को मारी गोली
इलाज के दौरान महिला कांस्टेबल की मौत!
रिपोर्ट:-कपिल चावला
(फ़ोटो-महिला कांस्टेबल)
अमरोहा:-गजरौला थाने में तैनात महिला सिपाही मेघा को अमरोहा के ही आदमपुर थाने में तैनात सिपाही मनोज कुमार ने मामूली कहासुनी के बाद साथ लाये तमंचे से गोली मार दी, मेघा को गोली मारने के बाद मनोज ने खुद को भी गोली मार ली, थाना परिसर में ही दो पुलिसकर्मियों के गोली लगने के बाद हड़कंप मच गया, तुरंत ही थाने में तैनात अन्य पुलिसकर्मी मेघा और मनोज को अमरोहा के ज़िला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने दोनों की ही गंभीर हालत को देखते हुए मुरादाबाद के साईं अस्पताल रेफर कर दिया जहां देर रात मेघा की इलाज के दौरान मौत हो गई, वहीं मनोज की हालत भी अभी गंभीर बनी हुई है, अमरोहा के क्षेत्र अधिकारी विजय राणा ने बताया कि अभी तक यह नहीं पता है कि मनोज ने मेघा के किस वजह से गोली मारी, यह जांच का विषय है फिलहाल मेघा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है, सी ओ के मुताबिक मनोज की हालत अब भी चिंताजनक है।अमरोहा के गजरौला थाने में तैनात 27 साल की मेघा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की रहने वाली थी, मेघा की तैनाती अमरोहा जनपद के गजरौला कोतवाली में थी, यहां मेघा नारी शक्ति अभियान से जुड़ी एंटी रोमियो टीम के साथ थी, मेघा एंटी रोमियो टीम के साथ अमरोहा के अलग-अलग स्कूल कॉलेजों में जाकर छात्राओं का आत्मा विश्वास बढ़ाती थी और उन्हें यह यक़ीन दिलाती थी कि वो बेबाक होकर कहीं भी आये या जाएं पुलिस हमेशा उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर है, और कहीं आते जाते रास्ते मे किसी भी मनचले द्वारा छेड़छाड़ की जाये तो वह कैसे पुलिस की मदद ले सकती हैं, लेकिन दूसरी लड़कियों को आत्मरक्षा का पाठ पढ़ाने वाली मेघा खुद ही अपने ही विभाग में कार्यरत मनोज के गुस्से का शिकार हो गई।
पुलिसकर्मी मनोज पर आरोप है कि वह मेघा से एक तरफा प्यार करता था लेकिन मेघा उसे लिफ्ट नहीं देती थी इसी बात से नाराज होकर आज मनोज देसी तमंचा लेकर गजरौला थाने पहुंचा और वहां मेघा को बात करने के बहाने बुलाकर मनोज ने मेघा को गोली मार दी, मेघा को गोली मारने के बाद मनोज ने खुद को भी गोली मारकर घायल कर लिया, दोनों ही घायलों को अमरोहा पुलिस पहले अमरोहा के जिला अस्पताल ले गई जहां दोनों की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें मुरादाबाद के हायर सेंटर रेफर कर दिया गया जहां साईं अस्पताल में देर रात इलाज के दौरान मेघा की मौत हो गई, मेघा की मौत की ख़बर मिलते ही मेघा के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है