
सुलतानपुर(ब्यूरो)। जिले में अवैध टैक्सी, ई-रिक्शा, टेंपो और डग्गामार वाहनों का संचालन बेलगाम होता जा रहा है। सड़क सुरक्षा और परिवहन नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। रोडवेज बस स्टैंड से महज 100 मीटर की दूरी पर ही प्राइवेट टैक्सियों, टेंपो और मैजिक वाहनों में यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर बैठाया जा रहा है। गोमती नदी, गभड़िया पुल, अमहट और शाहगंज चौराहे से लेकर गोलाघाट, ईदगाह चौराहा, राहुल टॉकीज रोड तक हर प्रमुख बिंदु अवैध टैक्सी स्टैंड में तब्दील हो गया है।इन डग्गामार वाहनों के पास न तो वैध परमिट है और न ही चालक के पास लाइसेंस। बावजूद इसके, बिना किसी भय के यह वाहन बीच सड़क पर खड़े होकर सवारियां भरते हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि रोडवेज बस डिपो के पास ही मौजूद पुलिस चौकी के सामने यह सब होता है, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।कई वाहनों के तो कागजात तक नहीं हैं, फिर भी खुलेआम सड़क पर दौड़ते हैं। प्यागीपुर हाईवे पुलिया के पास बने पुलिस चौकी क्षेत्र में यात्री जबरन ठूसे जाते हैं। लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या जैसे शहरों के लिए चलने वाले इन अवैध टैक्सियों में क्षमता से कहीं अधिक सवारी भरी जाती है, जिससे जान का जोखिम बना रहता है।सूत्रों का दावा है कि इन वाहनों के पीछे पुलिस और प्रशासनिक मिलीभगत है। अवैध स्टैंड पर होने वाली वसूली का एक हिस्सा कथित रूप से सुविधा शुल्क के रूप में अधिकारियों तक पहुंचाया जाता है। पहले एसपी कुंवर अनुपम सिंह के निर्देश पर कुछ दिन तक कार्रवाई हुई, लेकिन अब फिर से हालात पहले जैसे हो गए हैं।