दहेज लोभियों पर मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए पीड़ित ने एसपी को दिया शिकायती पत्र

योगी सरकार में फिर दहेज की भेंट चढ़ी एक विवाहिता

दहेज ना दे पाने के कारण ससुरालियों ने शुरू की थी मारपीट हुई मौत

लखीमपुर-खीरी(अनिल पटेल/चमन सिंह राणा) यूपी में योगी सरकार के द्वारा भले ही कठोर नियम कानून बनाए गए हो लेकिन धरातल पर महिलाओं के प्रति बड़ी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं जहां एक विवाहिता को उसके ससुरालीजनों द्वारा दहेज की मांग पूरी न होने के चलते मारपीट करते रहे जिसके बाद उसकी मौत हो गई।कोतवाली सदर क्षेत्र की पुलिस चौकी एलआरपी के अंतर्गत ग्राम सभा गढ़रुआ निवासी चेतराम वर्मा पुत्र गोवर्धन लाल वर्मा ने कोतवाली पुलिस और एसपी खीरी को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि अपनी पुत्री सपना उर्फ सविता की शादी वीरेंद्र कुमार उर्फ वीरू पुत्र हंसराम वर्मा निवासी ग्राम कलुआपुर थाना कोतवाली सदर के साथ 6 जून 2010 को हिन्दू रीति रिवाजों के साथ की थी।शादी के बाद से ही ससुरालियों के द्वारा लगातार अतिरिक्त दहेज की मांग की जाती थी और मारपीट किया जाता था वहीं लड़के के भाई धीरेंद्र कुमार,जेठानी सरिता ससुर हंसराम और सास के द्वारा लगातार मारपीट के साथ दहेज को लाने के लिए ताने देते थे और मायके से अतिरिक्त सामान न लाने पर मारपीट करते थे और प्रताड़ित करते थे।जिसकी शिकायत मृतक सपना उर्फ सविता के द्वारा परिवार वालों से करती रहती थी किन्तु समाज में बदनामी के कारण मृतक को समझा बुझाकर ससुराल में रहने के लिए कहा जाता रहा।दिनांक 17 मई 2022 को बेटी के ससुराल से सूचना मिली कि उनकी लड़की को ससुरालियों के द्वारा मार दिया गया है जिस पर पीड़ित और उनका पुत्र कमलाकांत कलुआपुर गए तो उनकी पुत्री मृत अवस्था में पाई गई पीड़ित का आरोप है कि उनकी पुत्री को ससुरालियों के द्वारा मार दिया गया है।इस सम्बंध में पीड़ित के द्वारा 20 मई 22 को कोतवाली पुलिस को शिकायत देकर मामले की जानकारी दी और आरोपियों पर मुकदमा लिखाने की मांग की लेकिन कोतवाली पुलिस लगातार आरोपियों को बचाती रही और मुकदमा पंजीकृत नही किया है और अभी तक कोई कार्रवाई आरोपियों पर नहीं हुई है जिसके बाद 26 मई 22 को पीड़ित ने एसपी खीरी को शिकायत दी और मामले पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए मांग की किन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके बाद पीड़ित ने फिर 30 मई 22 में एसपी खीरी को पंजीकृत डाक से फिर शिकायत भेजकर आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है।यूपी में महिलाओं के प्रति दहेज जैसी आपराधिक घटनायें लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन प्रदेश सरकार के अधिकारियों की लापरवाही से इन घटनाओं पर लगाम नहीं लग रही है।