आजकल लोगों का जहां खान पान बदला है वहीं लोगों के सोने के समय में भी भारी बदलाव है. लोग आजकल फोन और बाकि चीजों में अपना सारा वक्त बिताते हैं जिस वजह से लोगों के सोने का रुटीन भी बहुत कुछ बदल गया है जो की सही नहीं है. दरअसल सोने की रुटीन आपकी सेहत पर भी खराब असर ड़ालता है साथ ही इससे आपको हमेशा आलस जैसा महसूस होता है.
सुबह जल्दी न उठ पाने का मतलब यही है कि आपकी नींद पूरी नहीं हो पाई है या फिर आप पूरी नींद नहीं ले पा रहे हैं. सुबह जल्दी उठना सेहत के लिए और बाकि चीजों के लिए बहुत जरुरी है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप कुछ बातों का ध्यान देकर अपनी नींद की रुटीन को पूरा कर सकते हैं.
इस रुटीन को करें फॉलो
1. सोने से पहले कम से कम 6 से 7 घंटे तक आफ किसी भी कैफीन जैसे कॉफी या फिर चाय का सेवन ना करें. इसके साथ ही ऐसी चीजों का इस्तेमाल ना करें जिससे आपकी आंखों पर नीली लाइट ना पड़े ये आपकी निंद को खराब कर सकती है।
2. सोने से पहले अपने दिमाग को आराम दें जैसे किताब पढ़े या फिर आप चाहें तो अच्छी बॉथ लें ताकि आपका शरीर आराम महसूस करें और थकान आपकी दूर हो जाएं, इसके साथ ही दिन में कम से कम सोने की कोशिश करें.
इन बातों का रखें ख्याल:
1. सोने का समय सही रखें
सोना सेहत की लिए जरुरी है औऱ हमें 7 से 9 घंटे तक की नींद लेनी चाहिए ताकि आपका शरीर आराम महसूस करें साथ ही आप फ्रेश रहें. अगर आप सुबह 7 बजे उठते हैं तो ऐसे में आप 11 बजे तक सोने की कोशिश करें ताकि आपको पूरा आराम मिल सके.
2. अलार्म को बजने दें
कई लोग अलार्म लगाकर उसके बाद आलय की वजह से अलार्म को बंद नहीं करते हैं. अलार्म बजने पर 10 मिनट औऱ सोनी की आदत हर किसी को होती है ऐसे में आप अपना समय यूं ही काट जाते हैं औऱ उठते नहीं है. ऐसे में जैसे ही अलार्म बजे आप तुरंत उठे और अपना अलार्म बंद करके बिस्तर छोड़ दें.
3. खाने की आदतें
खाने पर भी आपके कई सारी चीजों का ध्यान देना चाहिए ताकि आपके अंदर आलस ना हो. आपके भोजन में फल, सब्जी, ओमेगा-3 से भरपूर पोषक तत्व और अनाज जरूर होना चाहिए.
4. वर्कआउट
अगर आप हर दिन वर्कआउट करते हैं तो ये आपकी सहेत के लिए अच्छी है और साथ ही जब शरीर थकता हैतो नींद अच्छी है. साथ ही आपको अनिद्रा,ज्यादा सोचने की समस्या और निराशा से दूर रहेंगे. दरअशल एक्सरसाइज हमारे शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाती है.
5. दिन की रोशनी में बाहर निकलें
आप घर के बार टहलने जाएं, चाहें शाम में या फिर सुबह जरुर टहने की कोशिश करें. साथ ही बालकनी में बैठें और अपने घर के पर्दों को भी कुछ समय के लिए खोलकर रखें।