
नई दिल्ली/उदयपुर। लंबे समय से विवादों में घिरी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स: कन्हैयालाल टेलर मर्डर’ को आखिरकार शुक्रवार 08 अगस्त 2025 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ कर दिया गया। दिल्ली हाईकोर्ट की अनुमति के बाद यह फिल्म लगभग 8500 स्क्रीन पर दिखाई जा रही है। फिल्म को लेकर बीते दिनों कई कानूनी और राजनीतिक विवाद खड़े हुए थे, जिसके चलते इसकी पूर्व निर्धारित रिलीज़ तारीख 11 जुलाई 2025 को टाल दिया गया था।
कोर्ट में चला लंबा मामला
दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म की रिलीज़ के खिलाफ एक याचिका दायर की गई थी जिसमें कहा गया था कि फिल्म की सामग्री सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा सकती है। अदालत ने शुरुआत में 10 जुलाई को फिल्म पर अस्थायी रोक लगा दी थी। इसके बाद 9 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने भी तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए हाईकोर्ट को निर्देश दिया कि याचिकाकर्ताओं को फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग दी जाए।
सेंसर बोर्ड की मंजूरी और केंद्र की भूमिका
21 जुलाई को सेंसर बोर्ड ने फिल्म को कुछ कट्स के साथ हरी झंडी दी थी, लेकिन केंद्र सरकार ने बाद में उन कट्स को चुनौती दी और निर्णय वापस लेने की मांग की। इसके बाद मामला फिर से अदालत में पहुंचा, जहां 6 अगस्त को फिल्म को अंतिम मंजूरी मिली।
दिल्ली हाईकोर्ट का अंतिम निर्णय
7 अगस्त 2025 को हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि याचिका में कोई ठोस आधार नहीं है और फिल्म की रिलीज़ को रोका नहीं जा सकता। अदालत ने कहा कि फिल्म देखने का निर्णय दर्शकों का है और रचनात्मक अभिव्यक्ति पर रोक नहीं लगाई जा सकती।
फिल्म की रिलीज़
8 अगस्त शुक्रवार को फिल्म रिलीज़ हुई और पहले ही दिन दर्शकों की अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिली। फिल्म बुक माई शो जैसे टिकटिंग प्लेटफॉर्म्स पर उदयपुर, जयपुर, दिल्ली, लखनऊ और मुंबई सहित कई शहरों में बुकिंग के लिए उपलब्ध है।
निर्माता की भावनात्मक प्रतिक्रिया
फिल्म के निर्माता ने अदालत में बयान दिया था कि उन्होंने फिल्म बनाने में अपनी पूरी जीवन भर की पूंजी लगा दी है और रिलीज़ न होने पर उनका आर्थिक नुकसान अपूरणीय होगा। अदालत ने इस पहलू को भी संज्ञान में लिया।