राजकीय पीजी कॉलेज बिलासपुर द्वारा 12 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम “online teaching Learning and Research methodology”का हुआ शुभारम्भ
रामपुर(बिलासपुर)।राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर द्वारा 12 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम online teaching
Learning and Research methodology का शुभारम्भ हुआ।जोकि18 से 29 जुलाई तक चलने बाले इस कार्यक्रम का आगाज़ डॉ शिवओम शर्मा द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर किया गया।कार्यक्रम के संयोजक प्रोo इंदुभूषण महापात्र ने कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
ततपश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो,(डॉ)आर,पी,यादव ने सभी अतिथियो एवं प्रतिभागियो का स्वागत का स्वागत कर संबोधन में कहा कि कोरोना काल मे महाविद्यालय ने वर्क फ्रॉम होम के अंतर्गत 14 राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय अंतर्जाल संगोष्ठी का आयोजन कियाहै।इन कार्यक्रम का उद्देश्य ज्ञान के साथ साथ छात्र /छात्राओ एवं प्राध्यापकों को कोरोना काल मे अवसाद से मुक्त करना है और एक हद तक इसमे सफलता भी मिली।
कार्यक्रम की मुख्य संरक्षक ,निदेशक ,उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश प्रो,(डॉ)वंदना शर्मा ने कहा कि शिक्षा किसी भी व्यक्ति के विकास और समुदाय की समृद्धि के लिये योगदान देती है।ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली में संचार मास्क का प्रयोग करके शिक्षको एवं छात्रों दोनों के विचारों और जानकारी का आदान प्रदान करते है।उन्होंने महाविद्यालय परिवार को इस कार्यक्रम करने के लिये बधाई दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो0 भगवती प्रकाश शर्मा,कुलपति गौतम बुद्ध विश्विद्यालय,ग्रेटर नोएडा ने कहा कि विश्व्यापी लॉक डाउन के बीच तमाम देशों में ऑनलाइन कक्षाओं और इंटरनेट से पढ़ाई पर जोर है।हमारा देश भी इससे अछूता नही है जहाँ ऑनलाइन शिक्षा की जरूरत और उसके कारोबार के बीच डिजिटल विभाजन जैसे मुद्दे है।उन्होंने कहा कि आज जरूरत है हम तकनीक को मजबूत करें।जब तक हमारे पास बेहतर तकनीक नही होगी हम ऑनलाइन शिक्षण में सफल नही हो सकते।
मुख्य वक्ता के तौर पर कार्यक्रम में मौजूद रही श्रीमती मृदुला राकेश जादव,असिस्टेंट प्रोफेसर ,हरिहंत कॉलेज पुणे(महाराष्ट्र) ने google drive,various converter,google forms and quiz formation विषय पर बहुत ही सार्थक एवं सारगर्भित विचार प्रस्तुत किये।उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग दूरस्थ शिक्षा का एक रूप है।जहाँ शिक्षक के पास ट्यूटर की भूमिका कम रहती है और उसकी शिक्षा में छात्र का योगदान अधिक रहता है।कहा कि किस प्रकार तकनीक हमारे जीवन में परिवर्तन ला रही है।लॉक डाउन से पहले एक सामान्य नागरिक 6 घंटे मोबाइल चलाता था और अब लॉक डाउन के बाद 12 घंटे चलाता है साथ ही गूगल फॉर्म्स औऱ क्विज को किस प्रकार बनाये इसकी भी जानकारी प्रदान की।उन्होंने सैद्धान्तिक एवं व्यावहारहिक दोनों प्रकार से जानकारी प्रदान की।अंत मे प्रतिभागियों के प्रश्नों के बेबाकी से उत्तर भी दिये।कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ अब्दुल लतीफ ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ पी,के गर्ग ने किया।इस अवसर पर कार्यक्रम समन्यवयक डॉ हेमन्त कुमार,आयोजन सचिव डॉ दिव्यांशु कुमार सहित महाविद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में देश के विभन्न प्रान्तों से 8200 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है।कार्यक्रम का समापन वंदेमातरम की प्रस्तुति के साथ हुआ।