श्री राम को कानपुर का प्रांत प्रचारक बनाए जाने पर क्षेत्र तथा गांव में हर्ष,
शमीम भाई की रिपोर्ट
भाजपा और संघ के रिश्तों में मजबूती लाने और आगामी चुनाव में कानपुर प्रांत के 21 जनपदों की विधानसभाओं में पार्टी को आगे ले जाने के इरादे से आरएसएस के सक्रिय स्वयं सेवक श्रीराम सिंह को कानपुर का प्रांत प्रचारक बनाया गया है।
शनिवार को बंगलूरू में हुई संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया। अभी तक प्रांत प्रचारक की जिम्मेदारी निभा रहे संजय को संघ के इतिहास संकलन केंद्र लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है।
श्रीराम सिंह अभी तक कानपुर प्रांत के सह प्रांत प्रचारक की भूमिका निभा रहे थे। इससे पहले वह गोरक्ष प्रांत के सह प्रांत प्रचारक भी रह चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी समझे जाने वाले श्रीराम ने संघ और भाजपा के सामूहिक कार्यक्रमों के आयोजन में विशेष भूमिका निभाई है।
महानगर में जाणता राजा जैसे ऐतिहासिक आयोजन के साथ 2017 में भाजपा के लिए जमीन तैयार करने में भी प्रमुख जिम्मेदारी दी गई थी। बताया जा रहा है कि संघ में युवाओं को जोड़ने के लिए भी नए प्रांत प्रचारक को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
मंझनपुर गांव निवासी किसान लालजी सिंह के पुत्र श्रीराम में बचपन से ही समाज के लिए कुछ करने की भावना थी। कम उम्र में ही वे आरएसएस से जुड़ गए। देवरिया के जिला प्रचारक, गोरखपुर के विभाग प्रचारक व कानपुर में सह-प्रांत प्रचारक की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। आरएसएस के वरिष्ठ कार्यकर्ता दुर्गा प्रसाद ने बताया कि श्रीराम की लगनशीलता को देखते हुए संघ ने उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। कस्बा स्थित शिवमंदिर पर महावीर शाखा के डा. यूपी सिंह, योगेंद्र सिंह, प्रिस गुप्ता, संदीप, अनूप, विजय, आकाश आदि ने श्रीराम के मनोनयन पर खुशियां व्यक्त करते हुए एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। उनके गांव में विनोद गिरी, जितेंद्र बहादुर सिंह, सतेंद्र सिंह,अन्टू सिंह, कैलाश यादव, शमीम अंसारी,सौरभ सिंह तथा अन्य मित्रों मे भी खुशी का माहौल है।
इस अवसर पर उनके भतीजे सौरभ सिंह ने गांव में बड़ो का आशिर्वाद लिया।
श्रीराम के भाई की हो गई थी हत्या
आरएसएस के कानपुर के प्रांत प्रचारक बने श्रीराम सिंह ने जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव देखा है। वर्ष 1990 में संघ के प्रति समर्पित हुए श्रीराम के बड़े भाई व भाजपा किसान मोर्चा के जिला मंत्री रहे सभाजीत सिंह की 2005 में पूजा करते गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तब श्रीराम की उम्र कम थी। परिवार पर संकट के बादल छा गए। अपराधी श्रीराम की हत्या का भी प्रयास किए लेकिन ईश्वर ने उन्हें बचा लिया। सरल स्वभाव के धनी श्रीराम ने बदले की भावना से परे हटकर सेवा की भावना को तवज्जो दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आशीर्वाद भी श्रीराम सिंह व उनके घरवालों को प्राप्त है। कुछ माह पहले श्रीराम सिंह की भतीजी के विवाह में मुख्यमंत्री ने शामिल होकर आशीर्वाद प्रदान किया था। फोन पर बातचीत में उन्होंने बताया कि सिद्धपीठ हथियाराम के कृपा से कर्तव्य परायणता की प्रेरणा मिलती है।