‘आश्रम के लाल’ कांग्रेस के लिए हो रहे निहाल

सुल्तानपुर। आश्रम के लाल कांग्रेस पार्टी के लिए निहाल हो रहे हैं। रणनीत ऐसी है कि ‘आश्रम के लाल’ और कार्यालय प्रभारी नफीस फारुकी की जुगलबंदी से जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में होने वाले कार्यक्रम में चार चांद लग रहा है। इन दोनों नेताओं को मैनेजमेंट गुरु कहा जाए तो असत्य नहीं होगा? ऐसा कांग्रेसी पदाधिकारियों का मानना है।
गौरतलब हो कि जब से पार्टी हाईकमान ने युवा नेता अभिषेक सिंह राणा पर जिले की जिम्मेदारी सौंपी है, पार्टी नित नए आयाम गढ़ रही है। अक्टूबर 2019 में पार्टी हाईकमान ने अभिषेक सिंह राणा को जनपद सुल्तानपुर का जिला अध्यक्ष मनोनीत किया। बताया तो यहां तक जाता है कि इसमें भी ‘आश्रम के लाल’ की बड़ी भूमिका रही। तब से लेकर अभी तक पार्टी ने जो संघर्ष का रास्ता चुना है, उससे निचले स्तर पर जिले में पहुंची कांग्रेस आगे की ओर बढ़ती अग्रसर दिख रही है। किसानों और जनता की समस्याओं को लेकर संघर्ष का दौर 30 नवंबर से शुरू हुआ जो जो 4 जुलाई को तहसील मुख्यालयों तक पहुंचा। तहसील मुख्यालय पर जनता और किसानों की समस्याओं को लेकर जो धरना प्रदर्शन हुए अपने में कांग्रेस के लिए एक मिसाल है। आने वाले समय में नींव का पत्थर पार्टी के लिए साबित हो सकता है। 30 नवंबर और 4 जुलाई के बीच कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में करीब 2 दर्जन से अधिक धरना प्रदर्शन हुए जो सुर्खियों में रहे। लेकिन जनता की समस्याओं को लेकर हुए धरना प्रदर्शन में करीब जिला अध्यक्ष समेत दर्जनों पदाधिकारियों पर चार मुकदमे भी दर्ज हुए हैं। बावजूद इनका हौसला कम नहीं हुआ, आगे ही बढ़ता चला गया। यही नहीं लाक डाउन के दौरान जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में कांग्रेस पदाधिकारियों ने गरीबों में आर्थिक मदद और राशन पहुंचाने के लिए बहुत ही सराहनीय कार्य किए हैं। उसमें भी ‘आश्रम के लाल’ कहीं पीछे नहीं हटे। जहां पर जरूरत पड़ी जहां पर जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने समझा उनका उस प्रकार से सहयोग लिया। पार्टी हाईकमान के निर्देश पर ‘आश्रम के लाल’ पद्माकर सिंह ने कांग्रेस पार्टी कार्यालय की दशा को भी सुधारने का ही प्रयास नहीं किया बल्कि परिसर में घुस रहे बेजुबान जानवरों पर पाबंदी लगे इसके लिए लाखों रुपए खर्च करके बाउंड्री वाल का निर्माण कराया। जिसकी प्रशंसा कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता करते नहीं थक रहे हैं। लाल पद्माकर सिंह और कार्यालय प्रभारी नफीस फारूकी के मैनेजमेंट की दुहाई कांग्रेसी दे रहे हैं। बकाया कहते हैं कि दोनों नेताओं के सहयोग से पार्टी आगे बढ़ने की ओर अग्रसर है। अब पार्टी को आगे जाने से कोई रोक नहीं सकता है? फिलहाल ‘आश्रम के लाल’ कहते हैं कि पार्टी को मजबूती देने के लिए उनसे जो बन पड़ेगा करने के लिए तैयार हैं। पार्टी को मजबूत करने में उनके स्तर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
विनोद पाठक-निर्वाण टाइम्स- सुल्तानपुर