छोटे बच्चो ने भी रखा रमजान का रोजा, कोरोनो मुक्त भारत के लिए मांगी दुआएं
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गोरखपुर
संवाददाता नजीब/विनय तिवारी
गोरखपुर:पिपराइच माह ए रमजान का पवित्र महीना शनिवार से शुरु हो गया। अकीदतमंदों ने रविवार को दूसरा रोजा रखा और जिक्रे इलाही में उनका दिन गुजरा। रोजा रखने में बड़ों से ज्यादा बच्चों में रुचि देखने को मिला जहाँ लाकडाउन के दौरान सभी लोग अपने अपने घरों में रहकर इबादत कर रहे है और शारीरिक दूरी का पालन भी कर रहे है वही पांच वर्षीय हनीफा मोहम्मदिया और छह वर्षीय जोया खातून एवं नौ वर्षीय फैजान ने अपने जीवन का पहला रोजा रखा और बड़ों के लिए प्रेणा श्रोत बन गए. बच्चों ने इफतार के बाद रब की बारगाह में पूरे कायनात में फैले कोरोना वायरस से निजात के लिए दुआ मांगी ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिपराइच थाना क्षेत्र के ग्राम बैलो निवासी मोहम्मद रफीउल्ला अन्सारी की पांच वर्षीय पुत्री हनफिया मोहम्मदिया कक्षा एक की छात्र है, ने भी अपने जनजीवन का पहला, दूसरा रोजा रख कर एक सराहनीय काम किया है जिनके माता पिता को इनके उठाये गये सराहनीय कदम पर गर्व महसूस तो है ही वही धार्मिक दृष्टि से इन बच्चों ने अपने परवरदिगार के प्रति महान प्रेम व्यक्त करते हुए दीन ए ईस्लाम की राह पर चलने के लिए अपने से बडों के लिए एक प्रेणादायिक श्रोत बन रहे है। अल्लाह इनके नेक इरादे को पहाड़ों की तरह मजबूत बनाऐ।
ग्रामसभा समदारखुर्द निवासी मेराज अहमद की छः वर्षीय पुत्री जोया खातून कक्षा एक की छात्रा ने अपने जीवन और रमजान का पहला दूसरा और तीसरा रोजा रख कर एक मिशाल कायम किया है। जो स्थानीय लोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दूसरी तरफ ग्राम सभा समदार खुर्द निवासी रियाजुद्दीन अन्सारी का नौ वर्षीय पुत्र फैजान रजा कक्षा चार की छात्रा ने भी अपने जीवन और रमजान का पहला दूसरा और तीसरा रोजा रखकर अपने आप में एक मिशाल कायम किया है।
आपको बताते चले कि गोरखपुर जिले के तुर्कमापुर मुहल्लाह निवासी मोहम्मद अब्दुल्लाह अंसारी पुत्र ताजुद्दीन अंसारी पोता हाजी शरफुद्दीन अंसारी पहला रोज़ा रख कर इफ्तार के वक़्त पुरे मुल्क के लिए कोरोना से निजात के लिए दुआ किया परिवार के लोगों ने नन्हें रोज़ेदार को दुआ के साथ-साथ मुबारकबाद दी।
इन बच्चों के परिजनो ने बताया रमजाने मोकद्दस का पहला और दूसरा रोज करीब 15 घंटे का रखना बडो के लिए एक कडी चुनौती है। इन बच्चों ने रोजा रखकर बडा ही सराहनीय काम किया है जिससे परीजनों में बेहद खुशी है।
इस अवसर पर अर्जुमंद फातमा मुहम्मद हनीफ हकीमुल्ला रजिउल्लाह नदीम अहमद रेहान अहमद सेराज अहमद जबीउल्ला आदि दर्जनों लोगों ने बच्चों के नेक इरादा के लिए दिल से दुआएं दी।