लो वोल्टेज की समस्या से क्षेत्रवासियों ने एक्सईएन को दिया ज्ञापन

शुक्लागंज (ब्यूरो रिपोर्ट)। वार्ड नंबर 3 मोहल्ला प्रेम नगर व नया (इंद्रा नगर) में लो वोल्टेज से उपभोक्ताओं का जीना दुश्वार हो गया है। बिजली की बेरूखी ने तराई का मिजाज बिगाड़ कर रख दिया है। उपभोक्ता गर्मी के साथ ही उबल रहे हैं। उनका पारा गरम है। हालात यही रहे तो वह दिन दूर नहीं कि उनका आक्रोश सड़कों पर फूट पड़े। नगर में बिजली की समस्या से अछूता नहीं है। हर तबके के लोग बिजली के रवैया से परेशान हैं। अगर बिजली मिल रही है, तो वोल्टेज इतना कम रह रहा है कि इलेक्ट्रानिक उपकरण आदि नहीं चल रहे हैं। इस समस्या से मुहल्ले के लोग परेशान हैं। लो वोल्टेज के कारण अधिकांश स्थानों पर बिजली की रोशनी ढिबरी के तरह है। फंखा सिर्फ रेंग रहा है। हालांकि बिजली की समस्या कोई नई नहीं है। क्षेत्री लोगों का कहना है कि कई बार कंप्लेंट करने के बाद भी समस्या जस के तस बनी रही। बिजली के बिगड़ैल रवैया से उपभोक्ताओं में उबाल है। इस दौरान क्षेत्रवासी जितेश सिंह ने बताया कि वार्ड नंबर 5 प्रेम नगर (नया इंद्रा )हमारे मोहल्ले में कई वर्षों से लो वोल्टेज की समस्या रही है। कई बार शिकायत के बाद भी अभी तक समस्या का निवारण नहीं हुआ है। क्षेत्र निवासी कृष्ण मोहन बताया कि हमारी गली में बिछाए गए तार व पोल 20 से 25 साल पुराने है। जिस कारण उस लाइन में 70-80 वोल्टेज ही आ पाता आता है। सूरत सविता ने बताया कि कई लोग 300 से 400 मीटर दूर-दूर से लाने को लोग केविल मजबूर हैं। इसी के कारण गली में तारों का मकड़जाल बना हुआ है। और लो वोल्टेज इस कारण हर बार गर्मियों के दिनों में यह समस्या ज्यादा अधिक होने लगती है वीरेंद्र कुमार ने बताया की बिजली की लो वोल्टेज की समस्या के कारण घरों में बच्चों व महिलाओं को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लॉक डाउन के दौरान छोटी बच्चों व बुजुर्ग व्यक्तियों को बाहर निकलने में प्रतिबंध है। लेकिन लो वोल्टेज की समस्या से ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है।गर्मियों में बच्चे अपने घर पर नहीं रह पा रहे हैं। और इस दौरान पीवीसी लाइन नगर के अधिकांश मोहल्लों में लाइन डाली जा चुकी है लेकिन हमारे प्रेम नगर (नवीन इंदिरा नगर)में अभी तक पीवीसी लाइन नहीं डलवाई गई है। जिस कारण गलियों में तारों का मकड़जाल बना हुआ है। जिसके कारण हर आए दिन तारों में साटिग होती रहती है। यह समस्या बरसात के दिनों में अधिक होती है।