शंकरगढ़ उपकेंद्र की अघोषित बिजली कटौती से ग्रामीण परेशान
सुल्तानपुर। जुलाई माह में पड़ रही उमस भरी भीषण गर्मी में जहां एक तरफ लोग गर्मी से परेशान है, वहीं दूसरी तरफ बिजली विभाग द्वारा की जा रही अघोषित कटौती ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है। अघोषित कटौती की समस्या सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में है, जहां बिजली की आंख मिचौली का खेल दिनभर चलता ही रहता है। इससे ना केवल ग्रामीणों को गर्मी से जूझना पड़ रहा है बल्कि धान रोपाई के लिए तय रोस्टर के मताबिक विधुत आपूर्ति ना हो पाने से सिंचाई नही कर पा रहे है । शंकरगढ़ उपकेंद्र से केवल 4 से 6 घण्टे की ही आपूर्ति की जा रही है।
बताते चले कि धनपतगंज विकास खंड क्षेत्र के शंकरगढ़ पावर हाऊस से कोहड़ा, सरायगोकुल , माधवपुर, महिलो आशापुर, नंदा पुर, सहित 30 गांवों में बिजली आपूर्ति की जाती है। लेकिन बीते एक माह से बिजली की अघोषित कटौती की जा रही हैं। क्षेत्रीय किसान अजीत वर्मा , महेंद्र वर्मा , अमित लाला , गुंजन आदि ने बताया कि बिजली कटौती का आलम यह है कि मामूली हवा का झोंका आते ही गांवों की बिजली बंद कर देते है। फोन से सम्पर्क करने पर पावर हाउस का फोन स्विच ऑफ ही बताता है और उपकेंद्र पर जाकर पता करने पर एक ही रट रटाया जवाब की बिजली जिला मुख्यालय से ही बंद है। बिजली की कटौती के कारण इस गर्मी के मौसम में गांवों की किसानों को धान की रोपाई व पेयजल व्यवस्थाओं का भी हाल बुरा हो रखा है, जहां बिजली कटौती का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है । विभागीय अधिकारियो का नियंत्रण शंकरगढ़ उपकेंद्र पर नही है । इस बाबत एसडीओ से सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अघोषित कटौती पर बोलने से इनकार कर दिया ।