सरस हॉट के भवन आज भी अपनी दुर्दशा पर बहा आंसू
लाखों की लागत से बिल्डिंग साबित हो रही निष्प्रयोज्य
मोतिगरपुर,सुल्तानपुर (सुरेश वर्मा) l क्षेत्र में किसानों के हित को ध्यान में रखकर पूर्व में बनवाए गए सरस हॉट के भवन आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं। गांवों में बाजार लगवाने के उद्देश्य से बनवाई गई लाखों की बिल्डिंग आज निष्प्रयोज्य साबित हो रही। परिसर में बाजार तो गुलजार नही हुई लेकिन गन्दगी का अम्बार जरूर लग गया।
जहां भी सरस हॉट का निर्माण कार्य कराया गया वहां एक दिन भी दुकान नही सज सकी।
मोतिगरपुर ब्लाक के मलवा गांव में स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के अंतर्गत 2007 में सरस हाट का निर्माण कराया गया। सरकार की मंशा थी कि ग्रामीण अपने उत्पाद यहां बेंच सकेंगें। लेकिन सरकार की यह मंशा धरी की धरी रह गई। विभागीय उदासीनता के चलते यह योजना परवान नही चढ़ सकी। लोगों का कहना है कि हाट बनवाने में जिम्मेदारों ने मानक का ध्यान नही दिया। जिससे भवन जर्जर हो गए। परिसर को सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई बाउंड्रीवाल टूट चुकी हैं। कमरों के शटर, खिड़कियों व गेट पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया है। परिसर में झाड़-झंखाड़ उगे हुए हैं। आवारा पशुओं ने सरस हाट की बिल्डिंग को अपना आशियाना बना लिया है। टीन शेड, शौचालय व पेयजल की व्यवस्था तो की गई लेकिन उसका उपयोग किसान नही कर सके। लाखों की लागत के बावजूद भी यह योजना पूरी तरह से असफल हो गई। गांव में सरस हाट बना है लोगों का मानना है सरकार के जनप्रतिनिधि ध्यान दें तो किसी अन्य योजना के तहत यहां कायाकल्प हो सकता है।
खण्ड विकास अधिकारी प्रमोद कुमार ने कहा ग्राम पंचायत अधिकारी से रिर्पोट मागाकर सरस हाट के मरम्मत का कार्य के स्टीमेट बनवा कर शासन की मंशा अनुरूप कार्य पूरा होगा l