हरदोई जिले में दो और लोगों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
>> निगरानी समितियों को और ज्यादा सक्रिय, सजग रहने व लोगों को जागरूक करने की जरूरत
कछौना, हरदोई ( अनुराग गुप्ता )। जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। शहर से लेकर गांव तक संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।
शुक्रवार को विकास खण्ड के गांव पुरवा गांव में दिल्ली से पूरे परिवार के साथ लौटे रहे प्रवासी की रास्ते में मृत्यु हो जाने से ग्रामीणों ने उसे कोरोना संदिग्ध मानते हुए पूरे परिवार को गांव के बाहर स्थित स्कूल में रुकवा दिया गया था, बाद में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने पर मृतक समेत सभी की कोरोना जांच हेतु सैंपलिंग हुई थी, जिसकी रविवार को रिपोर्ट आ गई है, इसमें मृतक विनोद कुमार मिश्रा व उसका बड़े लड़के अमित की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव मरीज की खबर से गांव में हड़कंप की स्थिति है। पॉजिटिव मरीज को मलिहामऊ कोविड अस्पताल में इलाज के लिए शिफ्ट कर दिया गया है व अन्य परिजनों जिनमें पत्नी गुड्डी, दो पुत्र सुमित व कपिल को जीआईसी सण्डीला में क्वारंटाइन कर दिया गया है। यहाँ पर ग्रामीणों की सजगता की भी प्रशंसा करनी होगी कि उन्होंने मृतक समेत परिजनों को गांव के बाहर ही रोक दिया, नहीं तो आज स्थिति कुछ और हो सकती थी। रविवार को पूरे गांव (हॉटस्पॉट क्षेत्र) में सेनेटाइजेशन किया जायेगा व सभी ग्रामीणों की स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग की जायेगी।
बढ़ते मरीजों की संख्या को लेकर गांवों की निगरानी समितियों को अब और ज्यादा सक्रिय व सजग रहने की आवश्यकता है, साथ ही साथ गांव वालों को कोरोना के प्रति जागरूक करने हेतु सीधा संवाद भी जरूरी है। कोरोना को लेकर एक विशेष तथ्य यह भी है कि यह बीमारी बिना लक्षणों के भी हो सकती है, जिससे मरीज स्वयं भी आंकलन नहीं कर पाता है कि वह पॉजिटिव है, इसलिए प्रवासियों को स्वयं भी समझना चाहिए कि वह अपने परिजनों व गाँव वालों से दूरी बनाकर रहें और अपने चेहरे को मॉस्क या गमछे से ढक कर रखें।
कोविड-19 से बचाव के लिए सभी को सजग रहना बहुत ही जरूरी है। सरकार द्वारा अनलॉक अर्थात बाजार खुलने का मतलब यह नहीं है कि कोरोना वायरस का खतरा टल गया है। यह जिम्मेदारी हम सभी की स्वयं की है कि अपने को सुरक्षित रखें तभी परिवार व समाज सुरक्षित रहेगा। निगरानी समिति की नैतिक जिम्मेदारी है कि अगर गांव या कस्बे में कोई भी व्यक्ति बाहर से आया हो तो उसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को दें, अन्यथा एक छोटी सी लापरवाही बड़े विस्फोट का कारण बन सकती है।
लोगों से दो गज की दूरी एवं अपने चेहरे पर मॉस्क लगाना है अत्यंत जरूरी।