अंतर्विषयक पुनश्चर्या पाठ्यक्रम —— रीसेंट ट्रेंड्स इन सोशल साइंसेज: पर्सपेक्टिव्स एन्ड मेथड्स
अंतर्विषयक पुनश्चर्या पाठ्यक्रम —— रीसेंट ट्रेंड्स इन सोशल साइंसेज: पर्सपेक्टिव्स एन्ड मेथड्स
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग और यूजीसी एचआरडी सेंटर द्वारा “रीसेंट ट्रेंड्स इन सोशल साइंसेज: पर्सपेक्टिव्स एन्ड मेथड्स” विषय पर आयोजित 14 दिवसीय पुनश्चर्या पाठ्यक्रम में सेमिनार प्रेजेंटेशन का सत्र अयोजित् किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रो. अजय कुमार शुक्ला, अंग्रेजी विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर, विश्वविद्यालय, गोरखपुर ने किया। सेमिनार सत्र को संबोधित करते हुए प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने पुनश्चर्या पाठ्यक्रम में सेमिनार प्रेजेंटेशन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि, सेमिनार के माध्यम से विषयगत चर्चा में सक्रिय भागीदारी कर ज्ञान को विस्तार दिया जाता है, जिसका उद्देश्य शैक्षिक कौशल को तैयार और विकसित कर विद्यार्थियों को लाभ पहुँचाना है। सेमिनार में प्रतिभागी अपने शोधपत्र के निष्कर्ष साझा करते हैं। एक व्यक्तिगत दृष्टिकोण को स्पष्ट करने और इसकी रक्षा करने की क्षमता को सुधारते हैं। पुनश्चर्या पाठ्यक्रम और सेमिनार के माध्यम से शिक्षकों के ज्ञान में नवीनता आती है।
सेमिनार सत्र में भारतीय न्यायपालिका, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के फायदे व नुकसान, मूक-बधिर विद्यार्थियों की वृद्धि एवं सृजनात्मकता में संबंध, आधुनिक परिवेश में ग्रामीण महिलाओं की स्थिति, आधुनिकीकरण का हिंदू विवाहों पर प्रभाव, दैनिक जीवन में गणित का महत्व वैश्वीकरण और भारतीय संस्कृति एवं तनाव प्रबंधन आदि विषयों पर देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिभाग कर रहे शिक्षकों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष एवं पाठ्यक्रम समन्वयक प्रो. मानवेन्द्र प्रताप सिंह ने अतिथि का स्वागत और यूजीसी- एचआरडीसी के निदेशक प्रो. हिमांशु पाण्डेय ने आभार ज्ञापन किया। इस दौरान देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षक प्रतिभागियों की उपस्थिति रही।