दस वर्ष के इन्तेजार के बाद दिग्विजय नगर कालोनी को मिला तोरण द्वार

दस वर्ष के इन्तेजार के बाद दिग्विजय नगर कालोनी को मिला तोरण द्वार।

गोरखपुर (संजय शिलांकुर)।
दिग्विजय नगर कॉलोनी के मुख्य द्वार पर भाजपा पार्षद ऋषि मोहन वर्मा के प्रस्ताव पर नगर निगम सदन के द्वारा वर्ष 2010 में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ स्मृति द्वार का स्वीकृत हुआ था सदन की स्वीकृति के बाद किन्ही कारणों से आगणन को अधिकारिक स्वीकृति प्रदान नहीं हो पाई थी।
वर्ष 2017 में गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद कॉलोनी वासियों ने एक बार पुन: पार्षद ऋषि मोहन वर्मा से संपर्क कर उक्त प्रस्ताव को स्वीकृत कराकर स्मृति द्वार बनवाने की मांग की थी। पार्षद ऋषि मोहन वर्मा ने 20 जून 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में भेंट कर पत्रक सौंपा, जिस पर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा 27 जून 2018 को डॉ0 आदर्श सिंह विशेष सचिव मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन ने प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग को पत्र लिखकर एक माह के अंदर अपेक्षित कार्रवाई के लिए कहा था ।नगर निगम ने प्रस्ताव स्वीकृत कर स्मृति द्वार निर्माण हेतु निविदा इत्यादि की प्रक्रिया पूर्ण की ,परंतु बजट अभाव के कारण कोई भी ठेकेदार उक्त कार्य को कराने के लिए आवेदन नहीं किया।
उत्तर प्रदेश शासन ने मई 2019 में पत्र लिखकर पुनः स्मृति द्वार बनाने के कार्य की प्रगति पूछ लिया ।तत्पश्चात जून2019 को नगर निगम सदन में हुई। बैठक में नगर आयुक्त द्वारा पुनः प्रस्ताव प्रस्तुत कर माननीय सदन के सभी पार्षदों से स्वीकृति प्रदान किया।बार-बार शासन के हस्तक्षेप के बाद दिनांक 12:06: 2020 को उत्तर प्रदेश शासन के उप सचिव कल्याण बनर्जी ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर उसी दिन माननीय मुख्यमंत्री को प्रगति से अवगत कराने तथा निविदा की कार्रवाई के संदर्भ में आख्या भी मुख्यमंत्री को अवगत कराने के लिए कहा ।
नगर आयुक्त द्वारा स्मृति द्वार के कार्य प्रारंभ कराने के पश्चात शासन को आपेक्षित उत्तर दे दिया गया।
इस क्रम में दिग्विजय नगर मुख्य द्वार पर स्मृति द्वार का निर्माण कार्य नगर निगम द्वारा प्रारंभ करा दिया गया।
दिग्विजय नगर कॉलोनी वासियों में
उक्त कार्य को लेकर काफी प्रसन्नता हुई है, कॉलोनी वासियों का कहना है कि इससे कॉलोनी को एक अलग पहचान मिलेगी।