बलिया रसड़ा में भू-माफियाओं का हाैसला बुलंद, धाेखाधड़ी से गरीब की जमीन करायी रजिस्ट्री
बलिया:रसड़ा में भू-माफियाओं का हाैसला बुलंद, धाेखाधड़ी से गरीब की जमीन करायी रजिस्ट्री
(बलिया) रसड़ा तहसील अंतर्गत धाेखाधड़ी करके जमीन रजिस्ट्री कराने का मामला प्रकाश में आया है। कस्बा महावीर अखाड़ा निवासिनी नन्दरानी देवी ने उपजिलाधिकारी रसड़ा काे पत्र साैंपा है. जिसमें आराेप लगाया है कि उनकी जमीन काे भू माफियाओं द्वारा जालसाजी के तहत रजिस्ट्री कराया गया है.
नन्दरानी देवी का कहना है कि हमारे पैतृक 09 डिस्मिल जमीन काे बेचवाने हेतु रामकृत यादव पुत्र रामचन्द्र यादव,उमा गुप्ता पुत्र प्रभात व गुड्डू गुप्ता पुत्र उमा गुप्ता ,रमाशंकर यादव पुत्र धर्मदेव यादव ,अखिलेश यादव पुत्र स्व. लल्लन यादव ,दीना यादव पुत्र कैलाश यादव मेरे घर पर आये थे. उपर्युक्ताें ने आकर नाै डिस्मिल जमीन की कीमत दस लाख रुपये में तय किया. इसके बाद ग्यारह फरवरी बीस काे मेरे पति शिव आसरे काे रसड़ा रजिस्ट्री आॅफिस ले गये.
जहां भू माफियाओं ने नव डिस्मिल के अन्तर्गत आने वाले नम्बर काे धाेखाधड़ी के माध्यम से नव डिस्मिल के बजाय मेरे अन्य जमीन के नम्बर काे बदलकर रसड़ा उपनिबंध कार्यालय के बड़े बाबू से मिलकर फर्जी तरीके से अजीत पुत्र शिवनाथ-मुड़ेरा, भुवनेश्वर प्रताप सिंह पुत्र रामइकबाल सिंह-रसड़ा,दीनानाथ यादव पुत्र कैलाश यादव-दिवारीपुर बैनामा करा लिये हैं. जिसमें फर्जी गवाह के रुप में स्वयं भू माफिया रामकृत यादव पुत्र रामचन्द्र यादव-कांसीपुर ,रमाशंकर यादव पुत्र धर्मदेव यादव महाराजपुर है.
महिला का यह भी आराेप है कि उक्त माफियाआें के द्वारा जान गवाने की धमकी भी मिली है. नन्दरानी देवी के पति का कहना है कि मैं फरवरी से पुलिस-प्रशासन के दरबार में चक्कर लगा रहा हूं लेकिन काेई मुझे न्याय नहीं दिला रहा है बल्कि मेरा परिवार धमकी से भयभीत रह रहा है.अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस विषय काे गम्भीरता से लेकर जांच करता है या गरीब यूं ही दर-दर की ठाेकरें खाता है ?