सुलतानपुर : समाजसेवी हनुमान प्रसाद ने निजी खर्च से लगवाया दो हैंडपंप
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चांदा/सुल्तानपुर(केशव कुमार तिवारी)। विकास का दम भरने वाले प्रधान से लेकर प्रमुख तक, विधायक से लेकर सांसद तक सचमुच जरूरतमंद तक विकास को पहुंचाने में असफल दिख रहे हैं। कुछ ऐसा ही वाकया ग्राम पंचायत फुटेला में हुआ है। एक अत्यंत विपन्न विधवा महिला जो पेयजल की समस्या से ग्रसित है। प्रधान से लेकर अन्य जनप्रतिनिधियों तक प्रयास किया परंतु सफलता हाथ न लगी। इस दर्द को जब के पी सिंह महाविद्यालय रामगढ़ के प्रबंधक और समाजसेवी हनुमान प्रसाद सिंह तक जब बात पहुंची तो उन्होंने इस पीड़ित परिवार को अपने निजी खर्च से एक इंडियामार्का दो हैंडपम्प और वैश्विक महामारी करोना से परेशान परिवार को खाद्यान्न दिया। आज रविवार को यहां इंडियामार्का हैंडपंप दरवाजे पर लगना शुरू हो गया है। श्री सिंह के इस कार्य की पूरे गांव में प्रशंसा हो रही है। जहां स्थानीय प्रतिनिधि विकास का दंभ भरते हैं लेकिन जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पाता है। वही श्री हनुमान प्रसाद सिंह ने ऐसा अनुकरणीय उदाहरण दिया जिसकी भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही है। फुटेला में विधवा श्रीमती केवला सिंह और इनकी विधवा बहू के साथ जो छोटे बच्चे गांव में रहते हैं। सत्य तो यह है कि इनके रहने के लिए भी ठिकाना नहीं है, छप्पर में रहने को मजबूर हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ परिवार को आज तक नहीं मिल पाया है। विकास और भ्रष्टाचार का गठजोड़ यहां दिखाई पड़ता है कि जरूरतमंद को ना आवास है मैं पेयजल के लिए इंडिया मार्का हैंडपंप लगे हैं। ऐसे में यह कहना कि सरकार गांव तक विकास की गंगा बहाने का प्रयास कर रही है वह यहां कम से कम फुटेला में नहीं दिखाई पड़ रहा है। इस बाबत समाजसेवी पूर्व प्राचार्य श्री हनुमान प्रसाद सिंह ने कहा कि समाज में जरूरतमंद को हमारी तरफ से ऐसे सैकड़ों इंडियामार्का हैंडपंप दिए जा चुके हैं ,आगे भी यह क्रम जारी रखने का प्रयास रहेगा।