स्पेशल टीम की तमाम शिकायतो की जांच सीओ के पास पेंडिंग
शुक्लागंज (गोलू यादव)। गंगाघाट कोतवाली में गठित तथाकथित क्राइम ब्रांच की टीम के विरुद्ध कई शिकायतें आलाधिकारियों को पीड़ितों द्वारा दिया गया है। जिसकी जांच सीओ सिटी के पास विचाराधीन है। बताया जाता है कि उक्त जांच में पूर्व कोतवाल की दखलंदाजी के कारण जांच नही हो सकी है।
गंगाघाट कोतवाली में चल रही तथाकथित क्राइम ब्रांच की टीम पर कई गंभीर आरोप लग चुका है। पूर्व कोतवाल सतीश कुमार गौतम ने अपने नेतृत्व में इस टीम का गठन किया था। तथाकथित क्राइम ब्रांच टीम के सदस्य सादे कपड़ों में ड्यूटी पूरा करते चले आ रहे है। सूत्रों की माने तो कोतवाली क्षेत्र के अलग-अलग मोहल्ले के लोगो ने आलाधिकारियों को शिकायत किया कि उक्त टीम के पुलिसकर्मियों ने जबरन पैसा ले लिया पैसा नही देने पर उक्त टीम द्वारा धमकी दिया जाता था कि जेल भेज देंगे।
एक मामला है बीते 9 फरवरी का इटावा निवासी गोलू पुत्र राजू व गोपाल पुत्र रमेश सिंह जो शुक्लागंज निवासी अपने मित्र नीरज सोनी के पास जा रहा था। तभी गंगाघाट कोतवाली के पास बने शौचालय के बाहर से कोतवाली में पोस्ट हेड कांस्टेबल अरुण उपाध्याय व कांस्टेबल हिमांशू चौधरी ने दोनों को पकड़कर कोतवाली परिसर के एक कमरे में ले गए कमरे में दोनों को पट्टो से मारा-पीटा जिससे दोनों युवकों को चोटें आई थी। गोलू ने उक्त दोनों पुलिसकर्मियों के विरुद्ध आलाधिकारियों को शिकायती पत्र भी भेजा है। शिकायती पत्र में गोलू ने बताया कि उक्त पुलिसकर्मियों ने उन्तीस हजार दो सौ पचहत्तर रुपये व गोपाल का पन्द्रह हजार तीन सौ दस रुपये मारपीट कर छीन लिया है। पीड़ित युवकों ने दोनों पुलिसकर्मियों के विरुद्ध उन्नाव एसपी के अलावा आईजी लखनऊ डीजीपी व मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
वही दूसरा मामला है। सर्वोदय नगर निवासी राहुल पुत्र स्व: संजय तिवारी का जिसे गंगाघाट की क्राइम ब्रांच टीम ने बीते 31 मई को नगर के रामकली स्टेडियम से क्रिकेट खेलने के दौरान उठा लाई थी। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद थी कोतवाली की स्पेशल टीम राहुल को खाली हाथ लिए जा रही थी। राहुल के पास न तो गांजा था और न ही तमंचा जैसा कि वायरल सीसीटीवी फुटेज में देखने को मिला पुलिस ने राहुल पर 1 किलो 750 ग्राम गांजा व एक बारह बोर का तमंचा लगाकर घटनास्थल दूसरी जगह दिखाकर जेल भेज दिया था। जबकि सीसीटीवी फुटेज से पुलिस की फर्जी कहानी का पोल खुल रही है। राहुल के भाई रोहन ने भी डीजीपी,एसपी,मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव (गृह) को पत्र व सीडी भेजकर इंसाफ की गुहार लगाई है। इसी तरह नगर के अलग-अलग क्षेत्र के लोगो ने तथाकथित क्राइम ब्रांच की अवैध वसूली व गलत कृत्य को आलाधिकारियों के संज्ञान में भेजा है। लगभग एक दर्जन गंगाघाट की स्पेशल टीम के विरुद्ध शिकायत आलाधिकारियों के संज्ञान में है जिसका जांच सीओ सिटी यादवेंद्र यादव के पास पेंडिंग है। बताया जाता है कि जांच मे गंगाघाट पूर्व कोतवाल दखलअंदाजी करते थे जिससे तथाकथित क्राइम ब्रांच की टीम पर किसी प्रकार की कार्यवाही नही हो सके।