सरकार के नियम काननू न मानने की कसम खा बैठे है जिले के प्रधान व सचिव
डीपीआरओ की आंखे बंद, प्रधान, सिक्रेट्रियो की मौज
जिले के आलाधिकारियो का नही जाता है इस ओर ध्यान
निर्वाण टाइम्स
सीतापुर। आज हम बात करने जा रहे है सीतापुर जनपद की ग्राम पंचायतों के बारे में जहाँ से देश के विकास में चांदी लगती है। पर हमारे सीतापुर जनपद के ग्राम- प्रधान व सेक्रेटरी बिना मानक के टेण्डर (निविदाएँ) छपवा रहे है। उत्तर प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अनुसार निविदाएँ मात्र डीएवीपी प्राप्त अखबारो को ही भेजनी है या छपवानी है। पर सीतापुर जनपद में अगर पड़ताल की जाए तो ऐसे बहुत से समाचार पत्रों में निविदाएँ छप रही है। जो कि न तो किसी जनपद के सूचना विभाग में सूचीबद्ध है न ही उनको डीएवीपी द्वारा रेट जारी किया गया है। ग्राम प्रधानों व सचिवो की मिलीभगत से यह कार्य कई वर्षों से होता आ रहा है। जहाँ जनपद में डीएम से लेकर अधिकारी हर मामले में चौकन्ने नजर आते है वही इस मामले में प्रशासन की आंखे बंद हो जाती है। इतने बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की नींव भर चुकी है कि न तो इस मामले में डीपीआरओ संज्ञान लेते है न ही उस क्षेत्र के विकास खंड अधिकारी? सीतापुर जनपद की ग्राम पंचायतों की पड़ताल की जाए तो असलियत सामने आने लगती है। कितने ऐसे सचिव है जो कई सालों से एक ही ग्राम पंचायतो में जमे हुए है। आखिर ऐसा क्यो यह भी प्रश्न चिन्ह उठता है ।जिले के आलाधिकारीयो से कुछ पूछना चाहे तो गोल मटोल जवाब देकर बचना चाहते है। शुक्रवार को जब निर्वाण टाइम्स संवाददाता द्वारा इस मामले की जानकारी डीपीआरओ के 9899030568 नम्बर पर करने का प्रयास किया गया तो घण्टी बजती रही लेकिन फोन नही उठा।