सांसद के गृह जनपद में “लड़खड़ाए” संगठन को उबारेंगे महमूद खान!
आम आदमी पार्टी ने महमूद खान पर लगाया “दांव”
“आप” ने बनाया जिला संगठन निर्माण प्रभारी
सुल्तानपुर(विनोद पाठक)।आम आदमी पार्टी के सांसद के गृह जनपद में संगठन का “ढांचा” खड़े करने के बहुत तेरे प्रयास किए गए। कई अध्यक्ष बनाए गए, हटाए गए। पर, कामयाबी “कोसों” दूर रही। अब पार्टी ने एक नया “पासा” फेका है। संगठन को खड़ा करने के लिए पार्टी ने “दांव” नगर क्षेत्र के चर्चित,तेज तर्रार नेता महमूद पर लगाया है। महमूद खान संगठन का कील-कांटा दुरुस्त कर निकाय चुनाव से पहले जिले में “तंबू-बंबू” गाड़ना चाहते हैं। इसके लिए उनके स्तर से “तगड़ी” कवायद की जा रही है। संगठन में बड़े बुजुर्गों के साथ मेहनत कस लोगों को जोड़कर एक नई “मिसाल” कायम करने की जुगत में महमूद भाई लगे हैं। महमूद के “मैनेजमेंट” व्यवस्था की “दुहाई” कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारी दे रहे। माना जा रहा है कि महमूद भाई के नेतृत्व में आने वाले समय में आम आदमी पार्टी जनपद सुलतानपुर में इतिहास रचेगी और गढेगी भी।फिलहाल इस समय सारा का सारा फोकस संगठन को मजबूत करने पर दिया जा रहा है। गौरतलब हो कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह का सुलतानपुर गृह जनपद है। पार्टी ने संगठन को मजबूत करने के लिए बहुत प्रयास किए, लेकिन पार्टी के भरोसे पर संगठन कभी “खरा” न उतर सका। संगठन को मजबूत करने के लिए कई जिला अध्यक्ष बनाए गए और हटाये गए। हर एक-दूसरे साल बनाए गए अध्यक्ष पार्टी के विश्वास पर टिक न सके। नतीजतन करीब-करीब आधा दर्जन नेताओं को जिले के संगठन की कुर्सी पार्टी नेतृत्व ने सौंपा। जिसमें जिला अध्यक्ष के रूप में धर्मेश मिश्र, शोहरत अली, रविंद्र तिवारी, मकसूद अंसारी, डॉ संदीप शुक्ला आदि के नाम शामिल हैं। इन नेताओं ने तामझाम दिखाने की पूरी कोशिश की, लेकिन पार्टी के विकास में “पंख” लगाने में नाकामयाब रहे। संगठन कागजों पर ही चलता रहा। धरातल पर असलियत कुछ और ही रही। सांसद के गृह जनपद में लड़खड़ाया संगठन कैसे खड़ा किया जाए? इस पर पार्टी नेतृत्व ने गहन मंथन किया। मंथन से जो “धार” निकली,उसमे नए प्रयोग को बल मिला। बहुत सोच समझ के बाद एक नए को आगे किया गया,जिस पर पार्टी की मुहर भी लगी। पार्टी ने तेजतर्रार, सामाजिक समरसता वाले नगर क्षेत्र के नेता महमूद खान पर “दांव” लगाया है। पार्टी नेतृत्व महमूद खान को जिला संगठन निर्माण प्रभारी की जिम्मेदारी पांच मई को सौंपी है। मजबूत संगठन खड़ा करने की। जिम्मेदारी मिलने के बाद महमूद खान सक्रिय हो गए। संगठन में हर समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों, साधन संपन्न कार्यकर्ताओं को जोड़ने का प्रयास जारी कर रखें। निकाय चुनाव से पहले महमूद खान को जोड़कर पार्टी नेतृत्व ने जो संदेश संगठन खड़ा करने का दिया है। अब पार्टी की “कसौटी” पर जिला संगठन निर्माण प्रभारी को उतरना भी है और अग्नि “परीक्षा” से गुजरना भी है। पर, माना जा रहा है कि महमूद खान के जुड़ने से आम आदमी पार्टी को जिले में आने वाले समय में बड़ी सफलता मिल सकती है। महमूद खान ने बताया कि जून माह के अंत तक मजबूत संगठन जिले में खड़ा हो जाएगा।
महमूद खान को जब से जिला संगठन निर्माण प्रभारी का दायित्व मिला है, उनकी कोशिश है कि पार्टी जिले में मजबूत हो। इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को जोड़ने का भी काम किया। जिसकी गवाह प्रदेश निगरानी समिति की सदस्य मीनाक्षी श्रीवास्तव बनी। मीनाक्षी श्रीवास्तव को पार्टी ने फैजाबाद मंडल की जिम्मेदारी सौंपी है। सदस्यता ग्रहण समारोह में करीब एक सैकड़ा कार्यकर्ताओं ने पार्टी की सदस्यता ली,जो अपने आप मे एक बड़ी मिशाल है। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को जोड़कर महमूद खान ने अपनी मजबूती का एहसास पार्टी को करा दिया। यही नहीं, महमूद खान दो बड़े आंदोलन भी प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था पर किए। कश्मीरी पंडितों की हो रही हत्या के विरोध में चार जून को प्रदेश स्तरीय नेता मीनाक्षी श्रीवास्तव के नेतृत्व में भी महमूद खान ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ धरना प्रदर्शन कर जोरदार ढंग से जिले में “आप” की उपस्थिति दर्ज कराई है।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश निगरानी समिति सदस्य मीनाक्षी श्रीवास्तव से सुलतानपुर के लड़खड़ाए संगठन के बारे में बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि मजबूत संगठन को खड़ा करने की जिम्मेदारी जिला संगठन निर्माण प्रभारी महमूद खान को दी गई है। महमूद खान का प्रयास बहुत ही सराहनीय है। एक माह के अंदर महमूद खान के द्वारा पार्टी को मजबूत करने के लिए किया गया आंदोलन, कराया गया सदस्यता ग्रहण समारोह अपने में एक मिसाल है। पार्टी नेतृत्व निकाय चुनाव को लेकर गंभीर है। निकाय चुनाव को लेकर पार्टी निरंतर बैठक कर रही है। निश्चित तौर पर निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी जनपद सुलतानपुर में शानदार तरीके से लड़ेगी और अपनी बेहतरीन उपस्थिति दर्ज कराएगी।