Gorakhpur

2021 से पहले के लंबित विवेचनाओं की मॉनिटरिंग करेंगे अब एसएसपी

2021 से पहले की 209 विवेचनाएं हैं पेंडिंग

गोरखपुर। लंबे समय से पेंडिंग चल रहे मुकदमों के निस्तारण के लिए अब कमान खुद एसएसपी ने संभाल ली है। 2021 से पहले दर्ज हुए हत्या, लूट व अन्य से सम्बंधित मुकदमो के पेंडिंग विवेचनाओं की मंनिटरिंग अब खुद एसएसपी करेंगे। ताकि उनका जल्द से जल्द खुलासा हो सके व आरोपीयो पर कार्रवाई कि जा सकें।
एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि लंबित मुकदमो के निस्तारण के लिए उन्होंने तेजी से काम शुरू किया है। उसके लिए उन्होंने प्लान तैयार किया है। जिस पर काम शुरू हो गया है। एसएसपी ने बताया कि अब जनवरी 2023 से अब तक दर्ज हुए 2200 केस की विवेचना की मॉनिटरिंग सीओ स्तर के अधिकारी करेंगे। वही 2022 की पेंडिंग 1000 मुकदमो की विवेचना का सुपरविजन एडिशनल एसपी करेंगे। वही 2021, 2020, 2019 या उससे पहले की लंबित घटनाओं की विवेचना का सुपरविजन वह खुद करेंगे। ताकि जल्द से जल्द इसका खुलासा हो सके। 2022 में कुल 15,000 केस दर्ज हुए थे। जिसमें से 14 हजार निस्तारित हुए है। उन्होंन बताया कि वर्तमान में एक दिन में करीब 231 मुकदमा की विवेचना का निस्तारण हो रहा है।
कई पुराने हत्या के केस में होगा पॉलीग्राफ टेस्ट
जानकारी के अनुसार लंबे समय से लंबित ब्लाइंड मर्डर के केस में वादी व प्रतिवादी का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाएगा। ये हत्या की घटनाएं 2018, 2019 की है। जिसकी विवेचना क्राइम ब्रांच के पास है। इनमें से कुछ केस में तो पॉलीग्राफ टेस्ट की अनुमति भी कोर्ट से क्राइम ब्रांच को दी गयी है। बकायदा वादी व प्रतिवादी को टेस्ट के लिए नोटिस भी भेज दिया गया है। इसमे से एक हत्या का केस कैन्ट थाने के इंजीनियरिंग कालेज के भैरोपुर का है।

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