दो एक्सप्रेसवे पर मल्टी आपरेशन में दक्ष बनेगी वायुसेना, पांच एयरफोर्स स्टेशनों का एक जगह से होगा नियंत्रण
लखनऊ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को जब देश को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की सौगात देंगे, उसी समय वायुसेना की सामरिक क्षमता में नया अध्याय जुड़ जाएगा। वायुसेना दो एक्सप्रेसवे पर एक साथ पांच वायुसेना स्टेशनों की स्क्वाड्रन से लड़ाकू विमानों के आपरेशन की क्षमता हासिल कर लेगी। दोनों ही एक्सप्रेसवे की एयर स्ट्रिप बीकेटी और मेमौरा वायुसेना स्टेशन की परिधि में आ जाएंगी। युद्ध के समय दुश्मन के वायुसेना स्टेशन पर होने वाले हमलों के बीच जवाबी कार्रवाई के लिए वायुसेना बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है। इसी बड़े प्रोजेक्ट के तहत मध्य वायुकमान मुख्यालय ने बीकेटी वायुसेना स्टेशन को अपग्रेड कर दिया है।मिग-21 की यहां मौजूदा स्क्वाड्रन की जगह भविष्य में तेजस और राफेल के अलावा ट्रांसपोर्ट विमान हरक्यूलिस के आपरेशन होंगे, जबकि मेमौरा वायुसेना स्टेशन पर इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (आइएसीसीएस) लगाया गया है। यह सिस्टम देश की वायु सीमा में होने वाली दुश्मन देशों की नापाक हरकतों को पकड़ सकता है। आगरा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की एयर स्ट्रिप को बीकेटी वायुसेना स्टेशन से कंट्रोल किया जा सकेगा।
आइएसीसीएस देश के सभी एयर फोर्स स्टेशन से जुड़ गया है। ऐसे में उत्तराखंड से सटी चीन सीमा से लेकर राजस्थान और कश्मीर से सटे पाकिस्तान तक को जवाबी कार्रवाई के लिए इन दोनों एयर स्ट्रिप का इस्तेमाल एक साथ हो सकेगा। बीकेटी एयरफोर्स स्टेशन के अलावा प्रयागराज का बमरौली, गोरखपुर, कानपुर, आगरा में तैनात स्क्वाड्रन के विमान एक साथ दोनों ही एक्सप्रेसवे से आपरेशन कर सकेंगे।
तय योजना के तहत चुनी गई एयर स्ट्रिपः मध्य वायुकमान ने बीकेटी वायुसेना स्टेशन के करीब ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और आगरा एक्सप्रेसवे पर एयर स्ट्रिप बनाने की जगह को चुना था। वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इन दोनों एयर स्ट्रिप से आपरेशन के समय कई स्क्वाड्रन को एक साथ कंट्रोल करने में आसानी होगी।