इसौली विधानसभा के लिए उपयुक्त चेहरा है “बजरंगी”
बल्दीराय,सुलतानपुर इसौली विधानसभा के लिए उपयुक्त चेहरा है “बजरंगी”
बल्दीराय,सुलतानपुर(संवादाता)।उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जनपद की पांच विधानसभा सीटों में, चार पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है, भाजपा की कब्जेदारी वाली चार विधानसभा में कादीपुर, जयसिंहपुर, लंभुआ और शहर सुलतानपुर जिस एक सीट के लिए भाजपा पिछले दशकों से तरस रही है, वह इसौली विधानसभा सीट है, जहां सत्तापक्ष भाजपा की दाल नही गल पा रही है, उसके कारण में जाइयेगा,तो काफी कुछ स्पष्ट होता जायेगा।
पिछले एक दशक से इसौली विधानसभा क्षेत्र पर समाजवादी पार्टी का कब्जा बरकरार है, लगातार दूसरी बार इसौली विधानसभा क्षेत्र से अबरार अहमद सपा के परचम को बुलंद कर रखा है। ऐसे में भाजपा की झोली में इसौली सीट कैसे आए इसके लिए भाजपा को टिकट वितरण में सारे विषयों पर बारीकी से अध्ययन के पश्चात पत्ते खोलना होगा। क्योंकि जनपद की पांचों विधानसभा में सबसे ज्यादा ब्राह्मण मतदाता इसौली विधानसभा क्षेत्र में है, यदि इसबार पुनः टिकट और प्रत्याशी के चयन में औपचारिकता निभाई गई तो परिणाम पूर्व की भांति एकबार फिर भाजपा के हाथों मायूसी ही आने वाली होगी। सूत्रों की माने तो स्थानीय भाजपाईयों में इसौली विधानसभा में सबसे अधिक पसंद किये जाने वालो में ओम प्रकाश बजरंगी पहले स्थान पर हैं। कट्टर हिंदूवादी माने जाने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता ओम प्रकाश बजरंगी इसौली विधानसभा क्षेत्र को अपनी कर्मभूमि मानते है, और शायद यही वजह रही की हाल ही में इसौली विधानसभा में सड़क मार्गों का जाल बिछाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ,और क्षेत्र में व्यवसायिक विकास के लिए प्रयास जारी है, सूत्र बताते है की इसौली विधानसभा के लिए सबसे उपयुक्त चेहरा ओम प्रकाश बजरंगी का है, यदि हिंदूवादी नेता श्री बजरंगी को इसौली विधानसभा से भाजपा मैदान में उतारती है, तो २०२२ में भाजपा की दशकों की टसक/इच्छापूर्ती होने में आसानी साबित हो सकती है।जहांतक ओम प्रकाश बजरंगी की राजनीतिक व धार्मिक सफर की बात की जाए तो पिछले लंबे समय से केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के कर्ताधर्ता के रूप में जिम्मेदारी संभाले हुए हैं, कई बार दुर्गा पूजा के दौरान मुस्लिमों के मोहर्रम व बारा रविउल अव्वल का त्यौहार एकसाथ पड़े परंतु जनपद में दोनों समुदायों के त्यौहार अच्छे माहौल में संपन्न करवाने में कट्टर हिंदूवादी छवि की पहचान रखने वाले भाजपा नेता ओम प्रकाश बजरंगी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके चलते इसौली विधानसभा क्षेत्र में दूसरे समुदाय के भी कुछ प्रतिशत वोट पाने में भाजपा नेता ओम प्रकाश बजरंगी को कामयाबी मिलेगी।उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जनपद की पांच विधानसभा सीटों में, चार पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है, भाजपा की कब्जेदारी वाली चार विधानसभा में कादीपुर, जयसिंहपुर, लंभुआ और शहर सुलतानपुर जिस एक सीट के लिए भाजपा पिछले दशकों से तरस रही है, वह इसौली विधानसभा सीट है, जहां सत्तापक्ष भाजपा की दाल नही गल पा रही है, उसके कारण में जाइयेगा,तो काफी कुछ स्पष्ट होता जायेगा।
पिछले एक दशक से इसौली विधानसभा क्षेत्र पर समाजवादी पार्टी का कब्जा बरकरार है, लगातार दूसरी बार इसौली विधानसभा क्षेत्र से अबरार अहमद सपा के परचम को बुलंद कर रखा है। ऐसे में भाजपा की झोली में इसौली सीट कैसे आए इसके लिए भाजपा को टिकट वितरण में सारे विषयों पर बारीकी से अध्ययन के पश्चात पत्ते खोलना होगा। क्योंकि जनपद की पांचों विधानसभा में सबसे ज्यादा ब्राह्मण मतदाता इसौली विधानसभा क्षेत्र में है, यदि इसबार पुनः टिकट और प्रत्याशी के चयन में औपचारिकता निभाई गई तो परिणाम पूर्व की भांति एकबार फिर भाजपा के हाथों मायूसी ही आने वाली होगी। सूत्रों की माने तो स्थानीय भाजपाईयों में इसौली विधानसभा में सबसे अधिक पसंद किये जाने वालो में ओम प्रकाश बजरंगी पहले स्थान पर हैं। कट्टर हिंदूवादी माने जाने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता ओम प्रकाश बजरंगी इसौली विधानसभा क्षेत्र को अपनी कर्मभूमि मानते है, और शायद यही वजह रही की हाल ही में इसौली विधानसभा में सड़क मार्गों का जाल बिछाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ,और क्षेत्र में व्यवसायिक विकास के लिए प्रयास जारी है, सूत्र बताते है की इसौली विधानसभा के लिए सबसे उपयुक्त चेहरा ओम प्रकाश बजरंगी का है, यदि हिंदूवादी नेता श्री बजरंगी को इसौली विधानसभा से भाजपा मैदान में उतारती है, तो २०२२ में भाजपा की दशकों की टसक/इच्छापूर्ती होने में आसानी साबित हो सकती है।जहांतक ओम प्रकाश बजरंगी की राजनीतिक व धार्मिक सफर की बात की जाए तो पिछले लंबे समय से केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के कर्ताधर्ता के रूप में जिम्मेदारी संभाले हुए हैं, कई बार दुर्गा पूजा के दौरान मुस्लिमों के मोहर्रम व बारा रविउल अव्वल का त्यौहार एकसाथ पड़े परंतु जनपद में दोनों समुदायों के त्यौहार अच्छे माहौल में संपन्न करवाने में कट्टर हिंदूवादी छवि की पहचान रखने वाले भाजपा नेता ओम प्रकाश बजरंगी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके चलते इसौली विधानसभा क्षेत्र में दूसरे समुदाय के भी कुछ प्रतिशत वोट पाने में भाजपा नेता ओम प्रकाश बजरंगी को कामयाबी मिलेगी।