सुल्तानपुर के छतौना में मिला राजकीय पक्षी सारस, अवैध ढंग से पालने वाले अफरोज के खिलाफ मुकदमा दर्ज
डीएफओ की निगरानी में पहुंचा संरक्षित सारस,हड़कंप
सुल्तानपुर(निसार अहमद)-अमेठी के आरिफ खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद सुल्तानपुर में राजकीय पक्षी सारस के अवैध ढंग से पाली जाने की सूचना मिली है। बुधवार को वन विभाग के अफसर सक्रिय हुए और आनन-फानन में पालने वाले अफरोज खान से सारस को लेते हुए वन विभाग की निगरानी में सारस पक्षी को ले लिया गया है । डीएफओ के निर्देश पर सारस के पालनकर्ता अफरोज खान के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।पकड़े गए युवक की पहचान कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के छतौना गांव निवासी अफरोज खान के रूप में हुई है। अफरोज पुत्र सफीक खान को 6 माह पहले सारस पक्षी बच्चे के रूप में मिला था । जिस पर वह इसे अपने घर लेकर पहुंचा और पालन पोषण करने लगा, बताया जाता है कि सारस बहुत तेजी से बढ़ने लगा और जल्दी ही महज 6 माह में उसने वयस्क सारस का स्वरूप ले लिया। अमेठी के आरिफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने और सारस को वन्य जीव अभ्यारण में भेजने के बाद सुल्तानपुर के वन अधिकारी भी सक्रिय हो उठे हैं।
बुधवार को आनन-फानन में सारस को प्रभागीय वन कार्यालय सिरवारा रोड लाया गया। जहां पर डीके सिंह एसडीओ वन विभाग के आवास पर कर्मचारियों की निगरानी में उसे रखा गया है। रात के अंधेरे में वन्यजीवों को सहजता होती है। इसे देखते हुए बन विभाग के अफसर रात में इसे इसके प्राकृतिक निवास स्थान पर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं । वहीं अवैध रूप से पालने वाले अफरोज खान पुत्र शफीक खान निवासी छतौना थाना कोतवाली देहात के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। सुल्तानपुर में सारस पक्षी मिलने के बाद यह पैटर्न कौतूहल का विषय बन गया है। डीएफओ राम कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शहर से सटे छतौना गांव में सारस के होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद हम लोगों ने इसे पालने वाले अफरोज पुत्र शरीफ से वार्ता की और सारस को सुरक्षित तरीके से वन कार्यालय लाया गया है। वह पूरी तरह से स्वस्थ और सकुशल है। अफरोज के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। आवश्यक विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।