सपा के “बागी” बीएम यादव को कांग्रेस ने बनाया इसौली से प्रत्याशी
सपा नेतृत्व से नाराज बीएम यादव ने कांग्रेस से ठोकी “ताल”
ठंडक में सपाइयों के माथे पर “चटका” पसीना
सुल्तानपुर(विनोद पाठक)।लंबे अरसे से सपा की राजनीति करने वाले “इसौली के लाल” बीएम यादव ने पार्टी छोड़ दी। मलाल टिकट न मिलने का रहा। टिकट न मिलने पर हृदय परिवर्तन हुआ, कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली। कांग्रेस पार्टी ने बीएम यादव को इसौली से पार्टी प्रत्याशी भी घोषित कर दिया। बीएम यादव के प्रत्याशी बनने के बाद समर्थकों में जबरदस्त उत्साह है।
गौरतलब हो कि इसौली के “लाल” बीएम यादव का सपा में कद बहुत बड़ा था। निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक समाजवादी पार्टी में पहुंच थी। 2012 के विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक के हुए लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में जोरदार तरीके से क्षेत्र में उपस्थिति दर्ज कराते रहें। पार्टी की नीतियों और नीतियों को जनता तक पहुंचाने में जिले के नेताओं में बेजोड़ रहे। 2012, 2017 तथा 2022 के विधानसभा चुनाव में शीर्ष नेतृत्व से टिकट की मांग करते रहे। लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। 2022 में बीएम यादव को लग रहा था उनकी मेहनत रंग लाएगी और टिकट पाने में कामयाब होंगे, लेकिन इस बार भी पार्टी ने बीएम यादव को निराश कर दिया है। बीएम यादव पार्टी के निर्णय से न खुश हुए। पहले तो निर्दल चुनाव लड़ने का मूड बनाया। लेकिन बाद में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने बीएम यादव को इसौली से पार्टी प्रत्याशी घोषित कर दिया। कांग्रेस से घोषणा होने के बाद सपा खेमे में खलबली मच गई। खलबली मचना भी स्वाभाविक है। क्योंकि बीएम यादव क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखते हैं। उनके अपने समर्थक हैं। समर्थकों के दम पर ही चुनाव लड़ने का बड़ा फैसला लिया है। बीएम यादव के चुनाव लड़ने के ऐलान से सपाइयों का माथा ठंडक में पसीना-पसीना हो गया है। बीएम यादव आज यानी मंगलवार को कांग्रेस कैंडिडेट के रूप में नामांकन दाखिल करेंगे। बीएम यादव ने अपने समर्थकों से सहयोग की अपील की है।