आधी रात को तोड़ा सड़क की राह में बाधा बना निर्माण
सुल्तानपुर। शहर से सटे केएनआईटी बंधे पर सड़क बनाने में बाधा बने समुदाय विशेष से जुड़े निर्माण को अवैध बताते हुए पुलिस-प्रशासन ने शुक्रवार आधी रात को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया। शनिवार सुबह इसकी जानकारी होने पर पास के पांचोपीरन कस्बे के लोग नाराज हो गए। वे विरोध में मौके पर जमा होने लगे। इसकी सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे अधिकारियों ने विरोध कर रहे लोगों को हटाया। पुलिस की मौजूदगी में मौके से मलबे को भी हटा दिया गया।नगर क्षेत्र के पांचोपीरन कस्बे के पास बंधे पर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इसी बंधे के बीच में एक समुदाय विशेष से जुड़ा स्थल था। उस निर्माण से सड़क बनाने में आ रही बाधा के बारे में शारदा सहाय खंड 16 के सहायक अभियंता धीरेंद्र कुमार सिंह ने दो दिन पूर्व एक रिपोर्ट प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपी थी।सहायक अभियंता ने गत बृहस्पतिवार को कोतवाली नगर में अतिक्रमण के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया। शुक्रवार देर रात डेढ़ बजे पुलिस व प्रशासन के अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने अवैध निर्माण को जेसीबी लगाकर हटा दिया। इसकी जानकारी होने पर शनिवार सुबह पांचोपीरन कस्बे के लोग नाराज हो गए। विरोध में महिलाएं व पुरुष मौके पर जमा होने लगी।इसकी सूचना मिलते ही एडीएम बी प्रसाद, एसडीएम सीपी पाठक, सीओ नगर राघवेंद्र चतुर्वेदी, नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय पीएसी के जवानों के साथ बंधे पर पहुंचे और विरोध कर रहे लोगों को हटाया गया। पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में तोड़े गए निर्माण का मलबा वाहन के जरिए हटाया गया। वहां पर पुलिस बल शनिवार शाम तक मुस्तैद रहा।डीएम जसजीत कौर का कहना है कि बंधे पर सड़क के रास्ते में करीब डेढ़ साल पहले निर्माण किया गया था। इससे सड़क बनाने में बाधा हो रही थी। वहीं एक महिला ने शिकायत में इसे बहुत पुराना बताया है। इससे जुड़े सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
*इनसेट : निर्माण को लेकर अलग-अलग दावा*
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार बंधे पर सड़क के बीच करीब डेढ़ साल पहले अवैध रूप से निर्माण किया गया था। दूसरी तरफ स्थानीय लोग निर्माण को काफी पुराना बता रहे हैं।पांचोपीरन कस्बे की नसरीन बानो ने बताया कि उक्त स्थल 855 वर्ष पुराना है। कस्बे के लोगों ने मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि शुक्रवार रात प्रशासन,पुलिस व स्थानीय नेताओं ने मिलकर निर्माण स्थल तोड़ दिया।