ठोक बजा के बनी रही जिला कार्यकारिणी की कमेटी
कमेटी में पकड़दार-असरदार बुद्धजीवियों को ही तरजीह
तलाश के बीच प्रदेश महासचिव की चल रही परख
डॉ जितेंद्र मिश्र की प्रयोगशाला में चल रही तगड़ी “मॉनिटरिंग”
सुलतानपुर(विनोद पाठक)। समाजवादी शिक्षक सभा संगठन को मजबूत करने लिए “कमर” कस ली है। बकायदे रणनीति तैयार कर धार दी जा रही है कि संगठन में धार आए। इसके लिए एक नायाब तरीका भी निकाला गया है। समाज के ऐसे पकड़दार बुद्धजीवियों को जोड़ा जाए जो मजबूत और साधन संपन्न भी हों। जिससे की मजबूती के साथ बूथ भी मजबूत हो और पार्टी की नीतियों को भी आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने में सफल रहें। यही तरीका अपनाया गया है। इस अभियान पर धार तेज करने के लिए शिक्षक सभा के प्रदेश महासचिव एवं अयोध्या मंडल प्रभारी डॉ जितेंद्र मिश्र जुट गए हैं। बहुत ठोक बजा के जिला कार्यकारिणी में पदाधिकारी को स्थान दिया जा रहा है,ऐसा नहीं है कि जिला अध्यक्ष जो कमेटी बना कर दे दिए, जिले की उसी को ही अनुमोदित किया जाए। कमेटी की बकायदे परख की जा रही है। दूरभाष पर “फीडबैक” लिया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर कमेटी में संशोधन भी प्रदेश अध्यक्ष शिक्षक सभा के निर्देश पर प्रदेश महासचिव डॉ जितेंद्र मिश्र कर रहे हैं। जिला कमेटी परख की प्रक्रिया फैजाबाद मंडल प्रभारी मंडल के पांचो जिलों में कर रहे हैं। यही वर्क प्रदेश स्तर पर भी चल रहा है कि खानापूर्ति न करके जिले की कमेटी ऐसी बनाई जाए जो मजबूत हो। जिला स्तर से लेकर तहसील और ब्लॉक तक मजबूत कमेटी के पदाधिकारी बने। शिक्षक सभा पूरे प्रदेश में यह प्रयोग कर रही है। प्रदेश महासचिव डॉ जितेंद्र मिश्र की प्रयोगशाला में पास-फेल भी हो रहे हैं। इसकी मॉनिटरिंग तगड़ी की जा रही है। शिक्षक सभा के प्रदेश महासचिव एवं अयोध्या मंडल प्रभारी का सख्त निर्देश है कि कमेटी चार दिन बाद बने, लेकिन मजबूत बने और कमेटी से मजबूत लोगों को ही जोड़ा जाए। ताकि सिर पर सवार मिशन 2024 को फतह किया जाए। यह तभी संभव है, जब प्रबुद्ध जन पार्टी से जुड़ेंगे। निर्देश के क्रम में सदस्यता अभियान चल और जोड़ने का काम किया जाए। जब प्रबुद्ध जन जुड़ जाएगा तो निश्चित तौर पर समाजवादी पार्टी की “चाल” को कोई भी पार्टी प्रदेश में रोक नहीं पाएगी। बहरहाल तलशा-तरास के बीच “परख” का खेल भी पर्दे के पीछे से प्रदेश महासचिव चला रहे हैं, जिससे जो जिम्मेदारी मिली है, पार्टी की मुखिया अखिलेश यादव और शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष के स्तर से उस पर खरा उतरा जा सके।