समाज सेविका मनीषा पांडेय की पहल से जरूरतमंदों के चेहरे पर आई मुस्कान
गरीबों में मनीषा पांडेय ने वितरित किए कंबल
कम्बल पाकर निराश्रित,बुजुर्ग, विकलांग व महिलाओं के चेहरे खिले,
कुड़वार, सुलतानपुर(संवाददाता)।यथार्थ मानस सेवा ट्रस्ट के बैनर तले शुक्रवार को जिले के कुड़वार ब्लाक के पास गरीब और निराश्रित लोगों में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी समाजसेविका मनीषा पांडेय ने क्षेत्र के सम्मानित पत्रकारों को सम्मानित किया तथा करीब 500से अधिक कंबल का वितरण किया। कड़ाके की ठंड को देखते हुए यथार्थ मानस सेवा ट्रस्ट द्वारा गरीबों और निराश्रितों को ठंड से बचाने की पहल की। ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री नारायण पाण्डेय व महासचिव श्रीमती मनीषा पांडेय अपने ट्रस्ट के बैनर तले क्षेत्र की वृद्ध महिलाओं, विकलांगों,व निराश्रितों में कम्बल वितरण किया। मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे जिले के जाने माने एवं समाज को नशा मुक्त करने का बीणा उठाए चिकित्सक डा. सुधाकर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।उन्होंने मनीषा पाण्डेय द्वारा किए जा यहू सामाजिक कार्य की सराहना की और समाज को नशामुक्त करने कि आह्वान किया। इस दौरान मनीषा पांडेय ने कहा कि मानस सेवा ट्रस्ट हमेशा से सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करता आया है। उसी कड़ी में यह एक छोटा सा प्रयास है। इस मौके पर मानस सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री नारायण पाण्डेय, महासचिव श्रीमती मनीषा पांडेय, कुड़वार थाना प्रभारी निरीक्षक संदीप राय, रामसूरत तिवारी, जिले व क्षेत्र के सम्मानित पत्रकार, दर्जनों ग्रामपधान एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन सूर्यप्रकाश द्विवेदी ने किया।
नशाखोरी के विरुद्ध घर से निकले चिंगारी:डॉ सुधाकर सिंह
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिले के चर्चित बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुधाकर का बेहतरीन संबोधन रहा। जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ कर चर्चा में आई कार्यक्रम की आयोजिका चर्चित समाजसेवी मनीषा पांडेय का उत्साह वर्धन ही नहीं किया,बल्कि समाज में व्याप्त “नशाखोरी” के विरुद्ध लोगों को जागरूक करने का काम किया। कहा कि घर के अंदर “नशाखोरी” के रूप में जो व्यक्त मौजूद है, उसे सही ‘डगर’ पर लाने की जरूरत है। जिस दिन घर से नशाखोरी के विरुद्ध अभियान महिलाएं और पुरुष छेड़ देते हैं,निश्चिततौर पर उसी दिन से समझिए घर के विकास में चार चांद लग जाएगा। नशाखोरी के मुहिम में महिलाएं “रामबाण” साबित हो सकती हैं। मुख्य अतिथि डॉ सुधाकर सिंह ने कहा कि आज सबसे बड़ी जरूरत पर्यावरण संरक्षण की है, जो विकास कराए जा रहे हैं,उससे पर्यावरण को कहीं न कहीं से खतरा पैदा हो गया है। खगोल शास्त्रियों के सुझाव पर सरकार और समाज के लोगों को अमल करना होगा। यदि खगोल शास्त्रियों के सुझाव पर तनिक भी अमल किया गया होता तो उत्तराखंड के जोशीमठ में ऐसी घटनाएं न होती। बतौर मुख्य अतिथि डॉक्टर सुधाकर सिंह ने जो उद्बोधन किया निश्चित तौर पर काबिले तारीफ है और समाज के साथ-साथ सरकार के लिए भी प्रेरणा दाई है।
मनीषा पांडेय चुनाव भले ही हारी हों लेकिन हिम्मत नहीं
जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भले ही समाज सेविका मनीषा पांडेय चुनाव हार गई हो , लेकिन हिम्मत नहीं हारी है। अमूमन चुनाव लड़ने के बाद उम्मीदवारों का अता पता नहीं चलता, लेकिन मनीषा पांडेय निरंतर समाज के बीच में बनी हुई है। गरीब व्यक्तियों के उत्थान के लिए हमेशा उनका कार्यक्रम चलता रहता है। कोरोना काल में भी मनीषा पांडेय की समाज सेवा का पहिया नहीं रुका। जरूरतमंदों में अपनी सामर्थ्य के मुताबिक खाद्यान्न सामग्री से लेकर अन्य वस्तुएं मुहैया कराई। समय-समय पर समाज सेवा के कार्य में लगी रहती हैं। उसी कड़ी में शुक्रवार को कड़ाके की ठंड से बचने के लिए जरूरतमंदों और निराश्रित लोगों में बड़ी संख्या में कंबल वितरण का कार्यक्रम कराया। साथ ही जिले और क्षेत्र के माने जाने पत्रकारिता जगत के हस्तियों को भी सम्मानित किया। यही नहीं क्षेत्र के दर्जनों प्रधान, बीडीसी सदस्य एवं समाज के गणमान्य लोगों को भी समाज सेविका मनीषा पांडेय के द्वारा सम्मानित किया गया।