Lakhimpur-khiri
असालत का जिंदा मिलना पुलिस का बना सिरदर्द, 15 साल बाद पीड़ित परिवार को न्याय की जागी आस

गोला गोकर्णनाथ खीरी।कस्बा के असालत हुसैन का दूसरी पत्नी की जिद पर घर वापस लौटना पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है। पहली पत्नी अपने पुत्र के साथ कुकरा में असालत के साथ रहना चाहती है,जबकि उसकी हत्या में जेल गए ससुर कल्लन खां के माथे पर लगा कलंक भी धुल जाएगा।कुकरा निवासी रियाजत हुसैन के बड़े बेटे असालत हुसैन की शादी 16 साल पूर्व थाना नीमगांव क्षेत्र के कस्बा सिकंद्राबाद निवासी कल्लन बेग की पुत्री सूफिया के साथ हुई थी। शादी के एक साल बाद असालत हुसैन अपनी ससुराल सिकंद्राबाद गया था, जहां से वह संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। कई दिनों असालत की घर वापसी न होने पर रियाजत हुसैन व उनकी पत्नी ने नीमगांव थाना में तहरीर देकर असालत हुसैन की हत्या कर लाश को गायब करने का आरोप समधी कल्लन बेग व उनके पुत्र अच्छन बेग,लल्लन बेग पर लगाया था। असालत अपनी ससुराल में बिना बताए लखनऊ चला गया,जहां मेहनत मजदूरी करने लगा। इस बीच कस्बा मल्लावां (हरदोई) की रूबीना पुत्री इम्तियाज अली लखनऊ में काम करते समय असालत के सम्पर्क में आ गई, जिसके बाद दोनों का प्रेम परवान चढ़ा कि एक-दूसरे के बगैर एक पल भी रहना पसंद नहीं करते, जिससे दोनों एक-दूसरे के जीवन साथी के रूप रहने लगे। इस बीच 15 वर्षों के दरम्यान दोनों को चार संताने पैदा हुईं, जो जीवित हैं। असालत को दूसरी पत्नी रूबीना ही दबाव बनाकर कुकरा लाई है। इधर,असालत की प्रथम पत्नी सूफिया से एक संतान है, जो 15 वर्षों से मायके में ही गुजर बसर कर रही है। वह असालत के साथ रहना चाहती है। असालत के कुकरा आने पर पुलिस की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। लोग उस समय की गई जांच पर उंगली उठा रहे हैं। अब असालत के ससुर कल्लन खां का कहना है कि उसके जिंदा आने पर जो असालत हुसैन पुत्र रियाजत हुसैन उम्र 35 वर्ष निवासी कुकरा 15 वर्षों से लापता था। असालत के माता पिता ने कल्लन बेग व उनके दो पुत्रों के खिलाफ असालत की हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया था,जिसमे कल्लन बेग व दो पुत्र जेल गये थे।
थाना नीमगांव थाना अध्यक्ष आलोक धीमान ने बताया कि 15 साल बाद असालत पुत्र रियासत हुसैन को जिंदा गिरफ्तार किया गया है,मामले की जांच की जा रही है। जांच पूर्ण होने पर दोषीयो के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
थानाध्यक्ष मैलानी निराला तिवारी और कुकरा चौकी इंचार्ज अबलीश पंवार का कहना है कि असालत की 15 वर्षों से तलाश थी। उसके घर आने की सूचना मिलते ही आनन-फानन में उसे अपनी गिरफ्त में लेकर मामले से सबंधित नीमगांव पुलिस को सौंप दिया है।
एसपी खीरी संकल्प शर्मा ने बताया कि वर्ष 2013 में एक मुकदमा दर्ज हुआ था,जिसमें बताया गया था कि युवक की हत्या कर दी गई है पुलिस ने उसमें फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी,वह युवक अपने घर आया हुआ था जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया है,पूछताछ जारी है।