दुर्गा यज्ञ के उपरांत रात्रि बेला में कथा व्यास आशीष बाजपेई के मुखारविंद से भागवत महापुराण की अमृतमई कथा सुनकर भक्त हुए भाव विभोर
बिलसंडा/ पीलीभीत। नवरात्र के शुभ अवसर पर विकास क्षेत्र बिलसंडा की ग्राम पंचायत पंचायत करेली में चल रहे सप्ताहिक आयोजन में रामनवमी के दिन गांव की सुख समृद्धि हेतु माता दुर्गा के मंदिर पर माँ दुर्गा पूजा की पूजा कर विशाल यज्ञ किया गया। नैमिष धाम से पधारे आचार्य शरद बाजपेई एवं मयंक गौड
उनके साथियों के द्वारा वैदिक मंत्रों से मां दुर्गा की पूजा करा कर दुर्गा यज्ञ संपन्न कराया गया। इस मौके पर प्रतिपाल सिंह, अमित मिश्रा, सुनील मिश्रा, हरिओम मिश्रा, अतुल दीक्षित, अरविंद सिंह, धनपाल सिंह ने मां दुर्गा की पूजा कर यज्ञ में आहुतियां दी।
वही रात्रि की बेला में नैमिष धाम से पधारे कथा व्यास आचार्य आशीष बाजपेई के मुखारविंद द्वारा भगवान कृष्ण की लीलाओ और उनके विवाह की कथा का रसपान कराया गया। कथा व्यास ने बताया कि मनुष्य का शरीर पाने के लिए देवता भी लालायित रहते हैं। परमात्मा प्राप्ति का साधन केवल मनुष्य का शरीर ही हैं इसी शरीर से भगवान की प्राप्ति की जा सकती है।परमात्मा की महान कृपा के बाद हमें मनुष्य का शरीर मिला है हम सभी सांसारिक बंधनों में पड़कर इसे व्यर्थ में ही गवा रहे हैं। मनुष्य शरीर मिलने के बाद भी जो परमात्मा की भक्ति नहीं करता उसे दोबारा 84 लाख योनियों में भटकना पड़ता है। परमात्मा की भक्ति ही भवसागर से पार लगाती है।भगवान हमेशा भक्तों के बस में हैं भगवान भक्तों की रक्षा करने के लिए वह नंगे पैरों दौड़े चले आते हैं भगवान के भक्ति करके देखो। भगवान कृष्ण के विवाह के शुभ अवसर पर दीप यज्ञ का आयोजन किया गया पंडाल में उपस्थित समस्त भक्तों ने दीप जलाकर भगवान की आरती पूजा की। कथा व्यास के मुखारविंद से भगवान के विवाह की अमृतमई कथा सुनने के लिए पंडाल में भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमडी कथा सुनकर सभी भक्त भावविभोर हो गए।