कादीपुर विधायक का दावा 4 नगर पंचायत व एक नगर पालिका जीत रहे
राजेश गौतम बोले-उत्तर प्रदेश का नाम लेने से हिचकिचाते थे लोग
अब कानून व्यवस्था व शिक्षा को लेकर हो रही प्रशंसा
सुल्तानपुर। कादीपुर विधानसभा के भाजपा विधायक राजेश गौतम की निकाय चुनाव में प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। कादीपुर और दोस्तपुर नगर पंचायत से पार्टी प्रत्याशी को जिताना उनके लिए काफी अहम है। ऐसे में दोस्तपुर में डोर टू डोर वोट की अपील करने पहुंचे विधायक ने खास बातचीत किया। विधायक का दावा है कि जिले की चारों नगर पंचायत की सीटें हम जीत रहे हैं। नगर पालिका की सीट भी हम भारी मतों से जीत रहे हैं। विधायक राजेश गौतम ने सपा-बसपा पर हमला बोलते हुए कहा समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का काम क्या है, उन्होंने जातिवाद की राजनीति किया है। विकास का इनका दूर-दूर तक लेना देना था नहीं। भारतीय जनता पार्टी का जो नारा है सबका साथ सबका विकास और सबका प्रयास। 35 सालों में पहली बार हुआ दोबारा प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार आई है। ये जनता का आशीर्वाद है।
बिजली देख लीजिए, मुख्यालय पर 24 घंटे आ रही है तहसील पर 18-20 घंटे बिजली आ रही है। विधायक ने कहा सड़कों की व्यवस्था देख लीजिए, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बगल से जा रहा है। तो विकास के सारे काम खुद ही दिखाई दे रहे हैं। लोग उत्तर प्रदेश का नाम लेने से हिचकिचाते थे, आज उत्तर प्रदेश के बाहर लोग कहते हैं यहां कानून व्यवस्था को लेकर शिक्षा को लेकर काम ही काम हो रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर हादसे को लेकर विधायक ने कहा स्पीड में गाड़ी नहीं चलाएंगे तो एक्सीडेंट नहीं होगा।उन्होंने कहा केंद्र में मोदी की सरकार है, प्रदेश में योगी की सरकार है, यहां पर चार विधायक हमारे हैं। जब नगर पंचायतों में हमारा चेयरमैन होगा तो केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार का आदर्श नगर पालिका और आदर्श नगर पंचायत बनाने का काम और तेजी से होगा। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ये सिर्फ चुनाव के समय दिखाई देते हैं। इनका एजेंडा नहीं पता रहता ये सिर्फ आरोप प्रत्यारोप लगाने के अलावा कोई भी काम इनके पास नहीं बचा है। सुल्तानपुर में हर जगह सड़के बन गई हैं, डिवाइडर बन गए हैं, यातयात एकदम ठीक ठाक हो गया है। सुंदर सुल्तानपुर दिख रहा है। सुल्तानपुर और कादीपुर में भाजपा प्रत्याशी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है, इस सवाल पर विधायक ने कहा विपक्ष का काम है आरोप लगाना। आरोप साबित हुआ तो नहीं है।