लखनऊ।प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी पूर्व सांसद व साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे असद की तलाश में पुलिस व एसटीएफ की टीम ने महानगर इलाके में स्थित अपार्टमेंट में दबिश दी। मौके से पुलिस टीम को दो लग्जरी कार मिली। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया। छापा रविवार देर रात को डाला गया था। वहीं लखनऊ के कई परिचितियों व मददगारों की कुंडली एसटीएफ व प्रयागराज की टीम खंगाल रही है। असद पर प्रयागराज पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
प्रयागराज के धूमनगंज स्थित सुलेम सराय इलाके में शुक्रवार को पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उमेश पाल हत्याकांड के दर्जन भर सीसीटीवी पुलिस के हाथ लगे। कई फुटेज में फूलपुर के पूर्व सांसद व बाहुबली अतीक अहमद के बेटे असद की तस्वीर सामने आई। वहीं उमेश की पत्नी ने अतीक, उसके बेटे, भाई, पत्नी सहित कई लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया है।हत्याकांड के खुलासे के लिए प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस के अलावा एसटीएफ की टीम भी लगी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद साबरमती जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद का बेटा असद फरार चल रहा था। उस पर प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। असद की तलाश में प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र में लगातार दबिश दी जा रही थी।
लखनऊ में मिली लोकेशन, दबिश, फरार
एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक वारदात के दूसरे दिन रविवार को लखनऊ में असद की लोकेशन मिली। इसके बाद प्रयागराज कमिश्नरेट व एसटीएफ यूनिट की टीम लखनऊ पहुंची। पुलिस टीम ने महानगर स्थित यूनिवर्सल अपार्टमें के दूसरी मंजिल स्थित अतीक अहमद के फ्लैट नंबर 202 में दबिश दी। वहां पर कुछ कर्मचारी मिले। जिनसे पूछताछ की गई। वहीं पूरे फ्लैट की तलाशी ली गई।सुरक्षाकर्मियों से जानकारी मिलने के बाद अतीक अहमद के परिवार के नाम से रजिस्टर्ड मर्सिडीज व लैंड क्रूजर एसयूवी पुलिस ने जब्त कर लिया। पुलिस व एसटीएफ कागजी कार्रवाई करने के बाद दोनों लक्जरी कार को महानगर थाने में जमा करा दिया है।
मददगारों की कुंडली खंगाल रही एसटीएफ
एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक लखनऊ में अतीक अहमद के कई मददगार हैं। उनकी सूची तैयार की जा रही है। मददगारों में कई प्रॉपर्टी डीलर, बिल्डर्स व कारोबारी शामिल है। इनमें से करीब कुछ ऐसे हैं। जो अतीक के परिवारीजनों के संपर्क में थे। पुलिस व एसटीएफ की टीम इन मददगारों की कुंडली खंगाल रही है। जल्द ही लखनऊ के कई और ठिकानों पर दबिश दी जाएगी।