स्वास्थ्य विभाग को मुंह चिढ़ाते नज़र आ रहे प्राइवेट प्रसव केंद्र
आशा बहूओ की संलिप्तता से फल फूल रहे प्रसव केंद्र, गर्भवती महिलाओं की जिंदगियों से किया जा रहा खिलवाड़
निर्वाण टाइम्स
लहरपुर सीतापुर(आकाश सिंह)। तहसील क्षेत्र में इन दिनों मानकों को दरकिनार कर अप्रशिक्षित दाइयों व झोला छाप डॉक्टरों के द्वारा अवैध रूप से डिलीवरी केंद्र संचालित किए जा रहे है। जिनमें स्वास्थ्य विभाग से नियुक्त की गई आशा बहुओ की भूमिका अहम रहती है। जोकि भोली भाली ग्रामीण गर्भवती महिलाओं की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ करती नजर आती है। इस ओर ज़िम्मेदारों का ध्यान नही जा रहा है जो अपने आप मे एक सवाल है। मिली जानकारी के अनुसार लहरपुर नगर से सटी हुई ग्राम पंचायत प्रहलादपुर गांव व इंद्रानगर में कई अलग-अलग स्थानों पर अप्रशिक्षित झोलाछाप दाइयों के द्वारा घरों में डिलीवरी केंद्र संचालित किए जा रहे है। जो स्वास्थ्य विभाग को मुंह चिढ़ाते नज़र आ रहे है। सूत्रों की माने तो इन प्राइवेट प्रसव केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियुक्त की गई आशा बहूओ की साठ गांठ रहती है जिनकी संलिप्तता के चलते वह गांव की गर्भवती महिलाओं को पहले स्वास्थ्य विभाग की 102 एंबुलेंस सेवा से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आती हैं वहां पर जांच करा कर गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लालच देकर प्राइवेट प्रसव केंद्रों पर लेकर चली जाती है तथा उनसे मोटी रकम वसूली जाती है जिनमें आशा बहूओ का कमीशन बंधा होता है। यह लंबे अरसे से चला आ रहा है यदि जमीनी धरातल पर देखा जाए तो प्राइवेट प्रसव केंद्रों तथा नर्सिंग होम में प्रतिदिन दो से तीन आशा बहुएं मिल जाएगी। इसी क्रम में कुछ माह पूर्व में एक अन्य दाई ने किराए के मकान मे प्रशव कराना प्रारंभ किया है। जो पूर्णतया अवैध बताया जा रहा है वही सूत्र यह भी बताते है कि संचालित अवैध प्रशव केंद्र पर विगत दिनों एक गर्भवती महिला का प्रशव कराया जा रहा था तभी प्रसूता की हालत बिगड़ गयी जिसे केंद्र की संचालिका दाई ने नगर में स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उसकी मौत होना बताया जा रहा है। मृतक महिला के परिजनों की काफी मान मनौवत के बाद मामला ठंढे बस्ते में चला गया।