सपा भी अब जोड़-तोड़ की राजनीति में जुटी! पूर्व विधायक अरुण वर्मा ने संभाला मोर्चा
विरादरी के चौधरियों की करा डाली बड़ी पंचायत
“वोट” के चोट से कैसे किया जाए प्रहार, रोड मैप तैयार
सुलतानपुर(ब्यूरो)। सपा भी अब जोड़-तोड़ की राजनीति में जुट गई है। अब ऐसे वोटरों पर डोरे डालने की कवायद की है, जो निर्णायक साबित हो सकते हैं? इसके लिए पहला क्षेत्र चुना गया सदर जयसिंहपुर। इसकी शुरूआत की पूर्व विधायक अरुण वर्मा ने। यहां पर विरादरी की बड़ी पंचायत कराई गई। यहां पर कसम खाई गई,कसम खिलवाई गई कि वोट की चोट से कैसे प्रहार किया जाए कि रहस्य भी बना रहे, और काम भी बन जाए। मसलन पार्टी प्रत्याशी के चुनावी चाल में बड़ी बढ़त बने, साथ ही संशय की कोई गुंजाइश न रहे,जिससे की बाद में पछताना पड़े। चुनाव को अपने पक्ष में करने के हर तौर तरीके बताए गए।प्रत्याशी ने भी खुले मंच से एकदम साफ कहा कि उम्र में छोटे जरूर हैं, पर, मुझसे भी बड़े नेता हैं। चुनाव परिणाम पक्ष में आने के बाद पूरा “पैड” पूर्व विधायक अरुण वर्मा के पास रहेगा,इस्तीफा छोड़ कर जो भी लिखेंगे सब पास हो जाएगा।जैसे शब्द का इस्तेमाल कर माहौल को अपने पक्ष में किया तो पूर्व विधायक के विरादरी में गर्माहट आ गई। विरादरी के नेता भी आत्मबल से लबरेज हुए और दिखे।
गुरुवार को देर रात पूर्व विधायक अरुण वर्मा ने सपा प्रत्याशी को और अधिक मजबूत करने के लिए विरादरी की बड़ी पंचायत बुलाई। पंचायत में क्षेत्र के बड़े-बड़े चौधरी शामिल भी हुए। अपने समुदाय के चौधरियों को समझाने-बुझाने के लिए सजातीय नेताओं को भी नेवता दिया गया और पंचायत में शिरकत भी किए। चौधरियों एवं नेताओं की तकरीर देर रात चली। पालीवार एक-एक कर नेताओं ने ऐसी ऊर्जा भरी कि चौधरियों की हुंकार की आवाज दूर तक गई। तालियों की गड़गड़ाहट से उत्साहित भाषण देने वाले अपने आपको रोक नही पा रहे थे, भाषण का समय अपने आप बढ़ता चला गया। बिंदुवार सारी बातें बताई गई। विरादरी सपा को क्यों समर्थन दे,कई उदाहरण भी विधायक मेजा संदीप पटेल प्रयागराज,लोकसभा प्रभारी एंव पूर्व मंत्री राम वृक्ष यादव,पूर्व विधायक ने पेश किया। सभी वक्ताओं ने पूर्व विधायक का खूब गुणगान कर महफ़िल को बांध रखा। पंचायत में बड़ी संख्या में चौधरियों की मौजूदगी और एकजुटता की निकली आवाज से अपने आप को प्रत्याशी राम भुआल रोक नही पाए,वह सब बयां कर दिया जो चुनाव परिणाम आने के बाद कहे जाते हैं। इस पंचायत से प्रत्याशी एकदम मुतमइन हो गए हैं कि उनका “चुनावी रथ” अब कोई नही रोक सकता। कहा कि हम उम्र में बड़े जरूर हैं। पर, मुझसे बड़े नेता पूर्व विधायक अरुण वर्मा हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बहुत करीबी नेता हैं। प्रत्याशी ने यहां तक कह डाला कि यह पंचायत सपा और मेरे लिए मील का पत्थर साबित होगी? ऐसा मेरा विश्वास है, जिस पर चौधरियों ने भरोसा भी दिलाया कि सजातीय मतदाता सपा और पूर्व विधायक अरुण वर्मा के साथ खड़ी है, यही विरादरी चुनावी चाल को ही नही बदलेगया,बल्कि चुनाव की तस्वीर को ही बदल देगा? बहरहाल चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा,यह तो भविष्य के गर्भ में है। पर, पूर्व विधायक के द्वारा आयोजित पंचायत में जुटी बड़ी भीड़ के मायने तलाशे जा रहे हैं। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओपी चौधरी, रिटायर शिक्षक दुखहरण वर्मा, सेवा मुक्त शिक्षक राम अभिलाष वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष दीपू श्रीवास्तव, अधिवक्ता देवेंद्र यादव, अधिवक्ता वैभव मिश्रा, अंशु तिवारी समेत बड़ी संख्या में कुर्मी विरादरी के विधानसभा स्तर और गवई स्तर के बड़े चौधरी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व जिला पंचायत सदस्य गौतम वर्मा ने किया।