गंगागंज,लखनऊ।लखनऊ व बाराबंकी जिले में बिना मान्यता के धड़ल्ले से चल रहे स्कूलों पर भले ही बेसिक शिक्षा विभाग ने डंडा कर दिया हो लेकिन स्कूल संचालकों पर इसका असर नहीं दिख रहा है। बड़ी संख्या में गली-मोहल्लों में स्कूलों को चलाया जा रहा है। शासनादेश के बाद सैकड़ों की संख्या में मान्यता के लिए विभाग को आवेदन मिले, इससे साबित है कि बडे़ पैमाने पर गैर मान्यता प्राप्त स्कूल मोटी कमाई करने में लगे हैं।प्रदेश सरकार ने गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर कड़ी कार्रवाई निर्देश जारी कर रखे हैं। इसमें विद्यालय को बंद करा जुर्माना वसूलने तक का प्रावधान है। गंगागंज क्षेत्र में संचालित एक विद्यालय का संचालन मार्च से किया जा रहा है। 1 से 5 तक की एनओसी तो शायद 25 जून के बाद विद्यालय को मिल चुकी है। लेकिन 6वीं व सातवीं में धड़ल्ले से ऐडमिशन लिए जा रहे है। खण्ड शिक्षा अधिकारी ने तो विद्यालय का दौरा भी कर चके है, बिना मानक पूरा हुए ही पांचवी तक कि एनओसी भी दे चुके है। फायर के लिए भी किसी प्रकार की व्यवस्था नही है।इसी विद्यालय में ऊपरी भाग में कंट्रक्शन का कार्य किया जा रहा है। फायर के लिए भी किसी प्रकार की व्यवस्था नही है।
गंगागंज में चल रहा गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय
बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है। सरकारी नियम में स्कूल की गाड़ियां पीले कलर में होनी चाहिए लेकिन इस विद्यालय द्वारा सभी मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।धनउगाही के मामले में तो निजी विद्यालय की बात ही निराली है। विद्यालय की प्रिंसिपल बनने का मानक तो एमएड निर्धारित है, लेकिन इस मामले में भी विद्यालय ने मानकों को नजरअंदाज कर दिया।