…. धोखा खा गए हम, तू निकला छुपा रुस्तम’ “बजरंगी”
बजरंगी के बुने “जाल” की “तोड़” नही कर पाए भाजपाई
इसौली से मारी टिकट की “बाजी”
भाजपा ने “बजरंगी” को बनाया इसौली से प्रत्याशी
सुल्तानपुर(विनोद पाठक)। इसौली विधानसभा क्षेत्र के भाजपाइयों के टिकट मांगने की लंबी फेहरिस्त रही। इसौली से भाजपा नेता ओमप्रकाश पांडेय “बजरंगी” को इस कदर घेर रखा था कि अंतिम समय तक लगा कि “बजरंगी” टिकट की दौड़ से बाहर हो गए हैं, लेकिन “बजरंगी” की “चाल” को कोई भी भाजपाई समझ नहीं पाए। विश्व हिंदू परिषद, संघ के साथ साथ भाजपा के उच्च स्तरीय नेताओं में अच्छी पैठ रखने वाले “बजरंगी” आखिरी क्षण में “बाजी” मार दी। इसौली से पिछले चुनाव में “रनर” रहे “बजरंगी” टिकट पाने में सफलता हासिल की। अब स्थानीय भाजपाई गाना गा रहे हैं कि ‘धोखा खा गए हम, तू निकला छुपा रुस्तम’ “बजरंगी”।
गौरतलब हो कि इसौली विधानसभा क्षेत्र से 2017 में ओमप्रकाश पांडेय “बजरंगी” भाजपा के प्रत्याशी रहे। ओम प्रकाश पांडेय “बजरंगी” सपा से मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे, लेकिन चुनाव हारने के बाद निरंतर क्षेत्र में बने रहे। इस बार के हो रहे विधानसभा के चुनाव में इसौली से आधा दर्जन भाजपा के कद्दावर नेताओं ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व से टिकट की मांग करते रहे। जिसमें प्रमुख रुप से भाजपा के फायर ब्रांड नेता कहे जाने वाले रामचंद्र मिश्र, त्रिलोक कि चंदी, पूर्व मंत्री ओम प्रकाश पांडेय, पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं वरिष्ठ भाजपा नेत्री बबीता तिवारी, बल्दीराय ब्लाक प्रमुख शिव कुमार सिंह, चर्चित विकास शुक्ला आदि के नाम शामिल रहे। ऊपर से चुनाव के ऐन वक्त पर पूर्व कबीना मंत्री जय नारायण तिवारी भाजपा में शामिल हो गए। शामिल होते ही पूर्व मंत्री जयनारायण तिवारी टिकट की दौड़ में शामिल हो गए। इसौली में टिकट की लड़ाई “बहुकोणीय” हो गई। तरह-तरह की हवाएं टिकट को लेकर उड़ने लगी। सूत्रों के आधार पर सब अपना अपना टिकट पक्का मान कर चलने लगे। अन्य जनपदों में टिकट की घोषणा होने पर इसौली क्षेत्र के भाजपा नेताओं के दिलों की धड़कन बढ़ती रही। धड़कने इस तरह बढ़ी कि कई नेता चकरा गए। एक दिन तो सोशल मीडिया पर सूत्रों के माध्यम से ऐसी खबर की हवा उड़ाई गई कि एबी फार्म लेने के लिए नेता लखनऊ रवाना हुए। इस खबर से बड़े-बड़े नेता धराशाई हो गए। लेकिन मन का विश्वास रगों में साहस भरता रहा। हिम्मत नेताओं ने नहीं हारी। टिकट मांग रहे सभी नेता क्षेत्र में जनता को यह बताने में मगन रहे कि मेरा ही टिकट पक्का है। जनता भी होशियार निकली, वह भी लाली पाप सब नेताओं को देती रही। प्रचार कम करिए टिकट लेकर पहले आइए नेताजी। यह सब चल ही रहा था कि रविवार की आधी रात भाजपा की जब सूची वायरल हुई तो बड़े बड़ों के पैरों तले जमीन खिसक गई। भाजपा की वायरल सूची में ओमप्रकाश पांडेय “बजरंगी” का नाम अंकित रहा। फिर क्या कहना? जो जहां पर था शुभचिंतक, पदाधिकारी “बजरंगी” के कार्यालय की तरफ आधी रात ही चल पड़े। पता चला कि “बजरंगी” जी हनुमान की शरण मे पहुंच गए हैं। पंचमुखी हनुमान मंदिर डाकखाना चौराहे पर दर्शन कर रहे हैं। दर्शन के दौरान डीजे की धुन पर समर्थक थिरक रहे थे, अबीर-गुलाल भी उड़ाने में कोई चूक नहीं की गई। रात में ही ओमप्रकाश पांडेय “बजरंगी” ए-बी फार्म लेने के लिए लखनऊ रवाना हुए। लखनऊ से जब ए-बी फार्म लेकर लौटे तो तिकोनिया पार्क मौनी मंदिर कार्यालय पर नजारा ही अलग दिखा। यहां पर ढोल नगाड़ों की “थाप” के साथ उमड़े हुजूम ने “बजरंगी” का जोरदार स्वागत किया। इसौली क्षेत्र के ढेर सारे कद्दावर पदाधिकारी, नेता पहुंच कर ओमप्रकाश पांडेय “बजरंगी” को माला पहनाई और जीत की अग्रिम बधाई दी। फिलहाल ओमप्रकाश पांडेय “बजरंगी” के बुने “जाल” की “तोड़” कोई भाजपाई नेता कर नहीं पाए। अंत में विजय “टिकट” की “बजरंगी” के हाथ लगी।