संवाददाता : अर्जुन देव
पवांरा(जौनपुर)- पवांरा थानाक्षेत्र में बरसाती मेंढक की तरह आये दिन पैदा हो रहे तथाकथित लोग पत्रकारों के गौरव को नष्ट करने में लगे हुए हैं । आलम यह है कि लॉक डाउन में अपने-अपने वाहनों में प्रेस लिखवाकर पुलिस प्रशासन को गुमराह कर दर्जनों लोग फर्राटा मार रहे हैं । बताया जाता है कि लॉकडाउन के दौरान अपने को बचाने के लिए प्रेस अथवा पत्रकार लिखवाकर सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं । वे किस अखबार अथवा टीवी चैनल के पत्रकार हैं इनके वाहनों पर इसका जिक्र नहीं किया गया है । वास्तविकता यह है कि ऐसे लोग न तो किसी समाचार-पत्र से जुड़े हैं और न ही पत्रकार हैं और न तो कोई योग्यता है । दलाली में जुटे तथाकथित पत्रकारों ने कर्मठ और निष्ठावान पत्रकारों को बदनाम करने की ठान ली है । ये लोग कहीं लकड़ी कटान पर , बैंक पर और थाने पर खड़े होकर लोगों को गुमराह कर दलाली चमकाने में मस्त हैं । इनके इन क्रिया-कलापों से क्षेत्र के लोग देखकर हैरान तथा परेशान हैं । यह तथाकथित पत्रकार लिखने में जीरो हैं और तालमेल मिलाने में हीरो बन गये हैं । यद्यपि इन तथाकथित पत्रकारों पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई की बात तो कही जाती है लेकिन अभी तक ऐसे तथाकथित पत्रकारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है । इन फर्जी पत्रकारों की वजह से अपने पेशे को मिशन मानकर जुटे पत्रकारों की कलम भी कलंकित हो रही है । सूत्रों की माने तो हजार-पन्द्रह सौ रुपये में पत्रकार का कार्ड हासिल कर एक माइक दो मीटर तार लेकर फर्राटा मारने वाले तथाकथित पत्रकार मोबाइल फोन पर ही फेसबुक एवं व्हॉट्सअप पर खबरें पोस्ट कर अपनी पीठ स्वयं थपथपा अधिकारियों के आगे-पीछे घूम अपने को पत्रकार साबित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं । पत्रकारों ने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकृष्ट कर ऐसे तथाकथित पत्रकारों के विरुद्ध जांच-पड़ताल कर इनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है ।